राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साले अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव अपनी बहन राबड़ी देवी के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
साधु यादव ने बताया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव सारण संसदीय सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ेंगे। अपनी बहन के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण के बारे में पूछे जाने पर साधु यादव ने कहा, ‘इस बारे में चुनाव के समय जनता के सामने खुलासा करेंगे।’ यह पूछे जाने पर क्या यह अपने परिवार के बीच राजनीतिक लड़ाई वाला एक अचंभित करने वाला उनका निर्णय नहीं है, साधु यादव ने कहा ‘सियासत में सब चलता है।’
सारण संसदीय सीट से निवर्तमान सांसद लालू प्रसाद को चार घोटाला के एक मामले में सजा हो जाने के कारण उनके अगले कुछ वर्षों तक चुनाव नहीं लड़ पाने के कारण उन्होंने अपनी जगह राबड़ी देवी को इस बार सारण संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया है।
सारण संसदीय सीट पर पांचवे चरण में आगामी सात मई को चुनाव होगा। भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी से कड़ी चुनौती पा रही राबड़ी देवी के लिए वहां से साधु यादव के चुनाव लड़ने से समस्या बढ़ सकती है।
बिहार में वर्ष 1990 से 2005 तक 15 वर्षों के राजद शासनकाल के दौरान लालू और राबड़ी की कभी ताकत बने रहने वाले साधु यादव का वर्ष 2009 में लालू से विवाद हो जाने के कारण उन्हें राजद से निकाल दिए जाने पर उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर उसके टिकट पर बेतिया से पिछला लोकसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन हाल ही में साधु के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से अहमदाबाद में भेंट करने पर उन्हें कांग्रेस ने भी निष्कासित कर दिया था।
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