
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के मतदाताओं से अपील की कि बीजेपी शासित राज्यों के कामकाज को देखते हुए वे यहां भी विकास के लिए बीजेपी को शासन में लाएं, न कि धरने पर बैठने वालों को। उन्होंने कांग्रेस और खासकर आप को निशाने पर लेते हुए दोनों दलों पर 'झूठ फैलाने', 'झूठे वायदे' करने और पर्दे के पीछे आपस में सांठ-गांठ करने का आरोप लगाया।
मोदी ने यहां एक चुनावी सभा में इन दोनों ही दलों की तीखी आलोचना करने में कोई मुरव्वत नहीं बरती। हालांकि उन्होंने आप को खास निशाना बनाते हुए कहा कि दिल्ली को एक स्थिर सरकार की जरूरत है और किसी ऐसे की जरूरत नहीं जो बातचीत में नहीं बल्कि प्रदर्शन में विश्वास रखता हो।
अपने आप को 'किस्मत वाला' बताए जाने वालों पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा अगर वह ऐसे 'लकी' हैं, जिससे सत्ता में आने से पेट्रोल, डीजल और दूसरी जरूरी चीजों के दाम गिर जाएं तो 'कोई उन्हें वोट क्यों दे जो 'अनलकी' हैं।'
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'वे दो पर्टियां, जिन्होंने पर्दे के पीछे सांठ-गांठ की हुई है, वे ये चुनाव लड़ रही हैं। अब झूठ फैलाने, झूठे वायदे करने और झूठे इल्जाम लगाने की प्रतिस्पर्धा चल रही है... दिल्ली की फिजाओं में झूठ के बादल छाए हैं और जनता को मूर्ख बनाने के लिए वे झूठ का सहारा ले रहे हैं।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली को आज 'समझदार और संवेदनशील सरकार' और राज्य के शीर्ष पद पर एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जिसे मानव मूल्यों की समझ हो और जिसने शहर की जनता के लिए काम किया हो।
मोदी ने कहा कि पिछले साल आप और कांग्रेस ने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए पर्दे के पीछे आपस में हाथ मिलाया, लेकिन फिर से चुनाव कराने की घोषणा के साथ ही वे दोनों मीडिया में कुछ स्थान पाने के लिए ऐसे झूठ फैलाने की आपसी प्रतिस्पर्धा में जुट गए जिनसे सनसनी फैले। यहां द्वारका की चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि दिल्ली को ऐसी सरकार की जरूरत है जो राष्ट्रीय राजधानी की समस्याओं को हल करने की समझ रखती हो।
आप नेता केजरीवाल का नाम लिए बिना उन्होंने उन्हें निशाना बनाते हुए कहा कि अगर ऐसे व्यक्ति को वोट दिया गया जो टीवी मीडिया में जगह पाने के लिए 'धरना' देने में विश्वास रखता हो न कि जनता की समस्याएं सुलझाने में तो इससे दिल्ली को बहुत नुकसान होगा। उन्होंने कहा, 'सरकार चलाना एक गंभीर कार्य है। सरकारें मीडिया में जगह बनाने के कार्य करके नहीं बल्कि लोगों के दिलों में जगह बना कर चलाई जा सकती हैं।'
इस बार चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत से जीताने की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तो उसके मुख्यमंत्री को 'मोदी का भय' होगा और वह काम करके दिखाएगा।
उन्होंने कहा, 'दिल्ली को एक बहुमत सरकार की जरूरत है। एक ऐसी सरकार की जिस पर विश्वास किया जा सके। अगर आप बीजेपी सरकार के लिए मतदान करते हैं तो जो यहां होगा (मुख्यमंत्री) उसे मोदी और केंद्रीय सरकार का भय होगा। लेकिन कोई ऐसा बना जिसके ऊपर कोई नहीं हो तो वह व्यक्ति केवल विनाश ही लाएगा।'
पिछले खंडित जनादेश के बारे में उन्होंने कहा कि 'अपूर्ण' जनादेश से दिल्ली में विकास का एक साल पहले ही बर्बाद हो चुका है जिसने दिल्ली को 25 वर्ष पीछे धकेल दिया।
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