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This Article is From May 08, 2014

चुनाव आयोग को किसी दल का डर नहीं, निष्पक्ष चुनाव का आश्वासन देता हूं : संपत

नई दिल्ली:

चुनाव आयोग ने गुरुवार को वाराणसी में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली को अनुमति नहीं देने के फैसले को सही ठहराया और इस मामले में उस जिला अधिकारी का बचाव किया जिसे भाजपा हटाने की मांग कर रही है।

भाजपा की ओर से जिला अधिकारी के फैसले का विरोध किए जाने की पृष्ठभूमि में मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस सम्पत ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की ओर से आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए जाने से यह संवैधानिक संस्था निराश है।

सम्पत ने कहा कि जिला अधिकारी ने 'पेशेवर परामर्श के आधार पर' मोदी की रैली को अनुमति देने से मना किया और इसे 'बदलने' की कोई जरूरत नहीं थी।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, 'जब सुरक्षा और उपयुक्तता के मुद्दे शामिल होते हैं तो चुनाव आयोग स्वाभाविक रूप से जिला स्तर पर मिली पेशवेर सलाह के साथ जाता है।' संवाददाता सम्मेलन में सम्पत के साथ दो अन्य चुनाव आयुक्त भी मौजूद थे।

सम्पत ने कहा, 'संबंधित स्थानीय प्रशासन, जिला अधिकारी और उनके दल ने सुरक्षा से जुड़ी प्रासंगिक पेशवेर सलाह पर विचार करने के बाद फैसला किया।'

सम्पत ने कहा, 'जिला स्तर पर लिए गए इस फैसले से हटने की कोई वजह नहीं है, खासकर उस वक्त जब जीवन और सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा हो।'

राजनीतिक दलों से 'अधिक परिपक्वता दिखाने' की अपील करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में किसी व्यक्ति अथवा राजनीतिक दल या किसी इकाई से डरता नहीं है।

उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग संविधान के तहत गठित संस्था है और लोकतंत्र का एक स्तंभ है। संविधान ने आयोग को अपने कर्तव्यों का खुलकर और निष्पक्षता के साथ निर्वहन करने के लिए पर्याप्त शक्ति दी है।'

सम्पत ने कहा कि निर्वाचन कानून, आदर्श आचार संहिता को विवेकपूर्ण, सख्ती और निष्पक्ष ढंग से लागू करने में चुनाव आयोग का काम 'चुनौतीपूर्ण' है।

'तटस्थता की कमी' के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग अब तक जो काम करता रहा है उससे वह संतुष्ट है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे ताकि संविधान को बरकरार रखा जा सके। चुनाव आयोग की विश्वसनीयता, तटस्थता और निष्पक्षता राष्ट्रीय धरोहर है।'

भाजपा सहित कई राजनीतिक दलों की ओर से कुछ निर्वाचन अधिकारियों को हटाने की मांग किए जाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, 'हम छोटी छोटी शिकायत पर अधिकारियों के तबादले नहीं करते। हम इन शिकायतों की अपने स्तर पर जांच करते हैं और शिकायत सही पाए जाने पर अधिकारियों का तबादला करते हैं।'

सम्पत ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल की चिंताओं को हमेशा 'उचित सम्मान' दिया गया है और हम भविष्य में भी ऐसा करते रहेंगे।

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