विज्ञापन
This Article is From Sep 22, 2014

सीट बंटवारे पर गतिरोध सुलझाने के लिए मंगलवार को मिलेंगे कांग्रेस, एनसीपी के नेता

सीट बंटवारे पर गतिरोध सुलझाने के लिए मंगलवार को मिलेंगे कांग्रेस, एनसीपी के नेता
फाइल फोटो
मुंबई:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में नामांकनपत्र दाखिल करने के लिए एक सप्ताह से भी कम का वक्त बचा है, ऐसे में कांग्रेस और एनसीपी के शीर्ष नेता सीट बंटवारा गतिरोध को सुलझाने और 15 साल से चल रहे गठबंधन को बचाने के लिए अंतिम बार प्रयास करते हुए मंगलवार को मुलाकात करेंगे।

पार्टी प्रमुख शरद पवार की अध्यक्षता में एनसीपी की कोर कमेटी ने आज दोपहर इस पर माथापच्ची की। बैठक में फिर कहा गया कि गठबंधन जारी रखना चाहिए, लेकिन राज्य विधानसभा की 288 सीटों में ज्यादा सीट पाने पर जोर दिया गया। कांग्रेस 124 सीटों की पेशकश कर रही है।

बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने संवाददाताओं से कहा, 'कांग्रेस को व्यवहारिक होना चाहिए और इस गतिरोध के समाधान के लिए हम एक खुली वार्ता की उम्मीद करते हैं। दोनों के लिए वक्त बीतता जा रहा है क्योंकि नामांकनपत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 27 सितंबर है।'

पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने कल उन्हें बुलाया था और दिल्ली में अपनी प्रतिबद्धताओं के बारे में बताया। उन्होंने सुझाया कि वार्ता मंगलवार को होगी।

उन्होंने कहा, 'यह तय किया गया कि कल 10 बजे सुबह अजित पवार (उपमुख्यमंत्री), सुनील तटकरे (राज्य एनसीपी प्रमुख), वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और मैं खुद, मुख्यमंत्री की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करूंगा और सीट साझेदारी पर चर्चा होगी। हमें उम्मीद है कि कांग्रेस 124 सीटों से ज्यादा के बारे में चर्चा करेगी जितने पर हम 2004 में चुनाव लड़े थे।'

वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज कहा कि उनकी पार्टी गठबंधन के लिए 'उत्सुक' है, लेकिन आवश्यकता हुई तो वह अकेले जाने के लिए भी तैयार हैं।

चव्हाण पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात के लिए दिल्ली में थे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 10 सीटें देने के लिए तैयार है जो उसने 2004 में एनसीपी से ली थीं।

उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस ऐसे गठबंधन में शामिल नहीं हो सकती जो 'सम्मानजनक नहीं हो।' चव्हाण ने कहा, 'कांग्रेस गठबंधन की इच्छुक है, लेकिन अगर ऐसा संभव नहीं हो सका तो अन्य विकल्प खुले हुए हैं।' यह पूछे जाने पर कि क्या गठबंधन हो जाने को लेकर वह आश्वस्त हैं, उन्होंने कहा कि कोई नहीं जानता कि बातचीत में क्या निकलेगा?

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com