वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज के सार्वजनिक विरोध के बाद पार्टी आला कमान ने बीएसआर कांग्रेस प्रमुख बी. श्रीरामुलू को पार्टी में शामिल कर लिया, लेकिन भाजपा में उनकी बीएसआर कांग्रेस के विलय को अस्वीकार कर दिया।
माइनिंग उद्योग के बेताज बादशाह जनार्दन रेड्डी के एक वक्त खासम खास रहे श्रीरामुलू ने 2011 के नवंबर में भाजपा छोड़ दी थी और अपनी अलग पार्टी बना ली थी। गौरतलब है कि अवैध उत्खनन के एक मामले में रेड्डी अभी आंध्र प्रदेश की जेल में हैं।
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘..श्रीरामुलू आज फिर से पार्टी में शामिल हो गए। कर्नाटक भाजपा उनका तहेदिल से स्वागत करती है। तमाम आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी’।
श्रीरामुलू की वापसी के एक दिन पहले भाजपा संसदीय बोर्ड ने पार्टी में बीएसआर कांग्रेस के विलय को नामंजूर कर दिया था, लेकिन उन्हें बेल्लारी लोकसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया था।
इससे पहले बीएसआर कांग्रेस ने विलय की घोषणा की थी, लेकिन सुषमा ने यह कहते हुए श्रीरामुलू के भाजपा में प्रवेश का सार्वजनिक रूप से विरोध किया था कि ‘दागी’ नेताओं को पार्टी से जुड़ने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
पार्टी में शामिल किए जाने के बाद पत्रकारों से बातें करते हुए श्रीरामुलू ने कहा, ‘..मैं सभी वरिष्ठ पार्टी नेताओं की इच्छा के अनुसार पार्टी में लौट आया हूं। मैं यहां एक सच्चे राष्ट्रभक्त (मोदी) को भारत का प्रधानमंत्री बनाने की मंशा से यहां हूं..’
उन्होंने कहा, ‘देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। हमारी सुरक्षा खराब हालत में है..इस मोड़ पर हमें अपने सभी स्वार्थी उद्देश्यों पर काबू पाना चाहिए और देश के लिए काम करना चाहिए और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना चाहिए। सो, मैं अपने मातृ दल में लौट आया हूं’।
श्रीरामुलू ने कहा कि जिस दिन उनके आत्मसम्मान को चोट लगी, उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली। लेकिन आज देश से ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है..हमें मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में काम करना होगा।
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