
कोरोनावायरस (Coronavirus) के चलते दिल्ली में लॉकडाउन को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रोजाना डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस करके अपडेट दे रहे हैं. देश में कोरोनावायरस (coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 724 हो गई है. आज 30 नए मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इसमें से 17 लोगों की वायरस की वजह से जान चली गई जबकि 67 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं. शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस में कई नई जानकारियां दी. उन्होंने डॉक्टरों की तैयारियों से लेकर लोगों को खाना देने तक की सारी जानकारियां दी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेंस की 10 अहम बातें-
सीएम केजरीवाल ने कहा, ''डॉक्टर सरीन की अध्यक्षता में मैंने आगे की तैयारी करने के लिए पांच डॉक्टरों की एक टीम बनाई थी. इस टीम ने शानदार काम किया है और सारे प्लान बनाकर अपनी रिपोर्ट दी है.
इस मामले पर भी हमने चर्चा किया है कि अगर रोज़ 100 केस आएं तो क्या तैयारी? अगर रोज 500 केस आते हैं तो हमें क्या तैयारी करनी है? अगर रोजाना 1000 कोरोना के मरीज आने शुरू हो जाते हैं तो हमें क्या तैयारी करनी है?
अगर 100 मामले रोज आएंगे तो हमारे पास मौजूदा तैयारी पूरी है. 100 से ज़्यादा होने पर अस्पतालों में और तैयारी करनी है. अस्पताल, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, डॉक्टर, नर्स का प्लान बनाया है.
जहां-जहां कमी नज़र आ रही हैं तो उनको हम ठीक कर रहे हैं. अगर कभी रोजाना 1000 मरीज भी आए तो हम उनके हिसाब से तैयारी कर रहे हैं हालांकि उम्मीद करते हैं ऐसी स्टेज कभी ना आए.
गरीब लोगों को अभी 20000 लोगों को हम रोजाना खाना खिला रहे थे, लेकिन संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है.
224 रैन बसेरे भी कम पड़ रहे थे. हमने 325 स्कूलों के अंदर आज से लंच और डिनर देने का इंतजाम किया है. हर स्कूल में दोनों समय कम से कम 500 लोगों के खाने का इंतजाम किया है.
मौजूदा रैन बसेरों में हमने बढ़ाया है. आज से 2 लाख लोगों को रोजाना खाना खिलाएंगे और कल से यह संख्या 4 लाख हो जाएगी.
दिल्ली की सीमाओं के अंदर जो व्यक्ति रह रहे हैं उन सब की जिम्मेदारी हमारी है. वह सब हमारे हैं. वह झारखंड के हो सकते हैं, बिहार के हो सकते हैं, तमिलनाडु के हो सकते हैं, केरल के हो सकते हैं, लेकिन वह है दिल्ली के. वो अब हमारे हैं.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कह रहे थे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी भी कह रही थी.
देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आश्वासन देना चाहता हूं कि किसी भी राज्य का कोई व्यक्ति दिल्ली में रह रहा है तो वह हमारी जिम्मेदारी है.