मैक्स हॉस्पिटल में मृत घोषित किए गए जुड़वा बच्चों के पिता ने अदालत से यह मांग की (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
शालीमार बाग मैक्स अस्पताल द्वारा गलत तरीके से मृत घोषित कर दिए गए जुड़वा बच्चों के पिता ने इस मामले में अदालत की निगरानी में जांच का आग्रह किया है. उनका आरोप है कि मौजूदा जांच निष्पक्ष नहीं है. रोहिणी की मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष वकील रिशिपाल सिंह के जरिए दायर याचिका में आशीष कुमार ने यह भी अनुरोध किया है कि अदालत संबंधित थाना प्रभारी को निर्देश दे कि वह जांच में हो रही प्रगति की जानकारियों को साझा करें.
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याचिका में कहा गया है कि मौजूदा समय में चल रही जांच निष्पक्ष नहीं है और इससे मामला प्रभावित हो सकता है. याचिका में मामले की स्थिति रिपोर्ट की एक प्रति मुहैया कराने का भी आग्रह किया गया है. शालीमार बाग मैक्स अस्पताल में गत 30 नवम्बर को समय से पूर्व जुड़वा बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) का जन्म हुआ था, जिन्हें अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.
हालांकि जब माता-पिता अंतिम संस्कार के लिए बच्चों को लेकर जा रहे थे तब उन्होंने एक बच्चे (लड़का) को जिंदा पाया और उसे तत्काल किसी अन्य अस्पताल में ले गए. बाद में एक नर्सिंग होम में इस बच्चे की मौत हो गई थी. सिंह ने कहा कि आवेदक ने आरोप लगाया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने में 20 घंटे की देरी की गई. उन्होंने कहा, ' हमने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है.'
इनपुट- भाषा
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याचिका में कहा गया है कि मौजूदा समय में चल रही जांच निष्पक्ष नहीं है और इससे मामला प्रभावित हो सकता है. याचिका में मामले की स्थिति रिपोर्ट की एक प्रति मुहैया कराने का भी आग्रह किया गया है. शालीमार बाग मैक्स अस्पताल में गत 30 नवम्बर को समय से पूर्व जुड़वा बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) का जन्म हुआ था, जिन्हें अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.
हालांकि जब माता-पिता अंतिम संस्कार के लिए बच्चों को लेकर जा रहे थे तब उन्होंने एक बच्चे (लड़का) को जिंदा पाया और उसे तत्काल किसी अन्य अस्पताल में ले गए. बाद में एक नर्सिंग होम में इस बच्चे की मौत हो गई थी. सिंह ने कहा कि आवेदक ने आरोप लगाया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने में 20 घंटे की देरी की गई. उन्होंने कहा, ' हमने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है.'
इनपुट- भाषा
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