
पानी के प्रबंधन को लेकर दिल्ली का हाल बुरा है. वहीं इस मामले में गुजरात का सबसे बेहतर है. नीति आयोग की तरफ से जारी कम्पोजिट वाटर मैनेजमेंट इंडेक्स के मुताबिक तीन साल के दौरान 80% राज्यों ने पिछली बार से इस बार बेहतर किया है. वाटर बॉडीज को लेकर बेहतर परफॉर्म करने वाले राज्य मध्यप्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु रहे. ग्राउंड वाटर को लेकर आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश ने जहां बेहतर काम किया है. वहीं उत्तरप्रदेश-उत्तराखंड और झारखंड की हालात चिंताजनक है.
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शहरी जनता को स्वच्छ पानी मुहैया करवाने के मामले में मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, गोवा और उत्तराखण्ड अव्वल रहे. वहीं बिहार और असम में हालात खराब है. गांव में पीने योग्य पानी पहुंचाने के मामले में हिमाचल प्रदेश, पुडुच्चेरी, गुजरात ने अच्छा काम किया. वहीं दिल्ली की स्थिति इस मामले सबसे खराब है.
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नीति आयोग के मुताबिक पश्चिम बंगाल, मिज़ोरम, मणिपुर और जम्मू कश्मीर ने जल को लेकर अपनी स्थिति नीति आयोग से साफ नहीं किये. केंद्र सरकार का लक्ष्य 2024 तक घर-घर तक नल से पानी मुहैया कराने की है.
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