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कर्नाटक में राजनीतिक बवाल... वो 7 वजह जिसके कारण बच गई सिद्धारमैया की कुर्सी

बता दें कि के शिव कुमार को कांग्रेस आलाकमान ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और वह उचित समय पर होगा. फिलहाल वो इंतजार करें.

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कर्नाटक में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच लग रहा था कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हाथ धोना पड़ जाएगा क्योंकि डीके शिव कुमार के सर्मथक विधायक खुलकर मुख्यमंत्री बदलने की बात कह रहे थे.इन विधायकों का कहना था कि ढाई-ढाई साल के फार्मुले के तहत अब डीके शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने की बारी है.यही वजह है कि कांग्रेस आलाकमान ने आनन-फानन में कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को बेंगलुरु रवाना किया.सुरजेवाला ने वहां पहुंचकर विधायकों से मुलाकात की और यह कहा गया कि अभी मुख्यमंत्री बदलने जैसी कोई बात ही नहीं है. अंदर मीटिंग में यह तय हुआ कि सिद्धारमैया ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे और डीके शिव कुमार को अभी इंतजार करना होगा.

अब वो कारण जिसकी वजह से सिद्धारमैया अभी भी मुख्यमंत्री बने हुए हैं.

  1. पहली वजह डीके शिव कुमार कर्नाटक सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं और साथ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.मुख्यमंत्री सिद्धारमैया चाहते हैं कि डीके इनमें से अध्यक्ष का पद छोड़ दें जहां वो अपने किसी सर्मथक को बैठाना चाहते हैं .डीके इसके लिए तैयार नहीं हैं यानी मामला जहां है, वहीं रह गया.

  2. दूसरी वजह है कि इसी साल अक्टूबर में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कांग्रेस एक पिछड़ी जाति से चुनकर आने वाले नेता को मुख्यमंत्री पद से कैसे हटा सकती है.यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस को या कहें पूरे महागठबंधन को बिहार चुनाव में जवाब देते नहीं बनेगा,इसलिए मुख्यमंत्री बदलने का फैसला अक्टूबर तक तो टाल ही दिया गया है.

  3. तीसरी वजह है कि आरसीबी के आईपीएल जीतने के बाद जो जश्न के दौरान भगदड़ मची और कई जानें गई उसका ठीकरा डीके शिव कुमार पर ही फूटा.कहा गया कि वही सबसे उत्साहित थे,उन्हीं ने आननफानन में जीत का जश्न मनाने का फैसला किया था.मामला अदालत में है और इससे शिव कुमार की छवि पर असर पड़ा है ऐसे में तुरंत उन्हें मुख्यमंत्री बनाना ठीक नहीं होगा.

  4. चौथी वजह है शिव कुमार पर ईडी और सीबीआई का शिकंजा.डीके केन्द्रीय एजेंसियों की जांच के घेरे में हैं, जेल भी जा चुके हैं. ऐसे में यदि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाता है और सीबीआई या ईडी उन्हें गिरफ्तार कर लेती है तो क्या होगा.

  5. पांचवीं डीके शिव कुमार को कांग्रेस आलाकमान ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और वह उचित समय पर होगा. फिलहाल वो इंतजार करें. सबको पता है कि डीके 10 जनपथ की बात को ना नहीं कर सकते क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि सोनिया गांधी जो भी कहेंगी उसे वो मानेंगे.

  6. छठी वजह है कि सिद्धारमैया कुछ वक्त तक और मुख्यमंत्री बने रहने चाहते हैं कि ताकि वो कर्नाटक के सबसे अधिक समय तक राज करने वाले मुख्यमंत्री बन जाएं. अभी ये रिकार्ड देव राज अर्स के नाम हैं सूत्रों की मानें तो उन्होंने कांग्रेस आलाकमान से कहा है कि एक बार वो सबसे लंबे समय तक कर्नाटक का मुख्यमंत्री का रिर्काड बना लें उसके बाद वो मुख्यमंत्री की कुर्सी भी छोड़ देंगे और राजनीति से भी संयास ले लेंगे.

  7. सातवीं वजह है कि कर्नाटक से होने के नाते कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की भी खूब दिलचस्पी है. यदि राजनीतिक हलकों की माने तों खरगे साहब भी कहीं ना कहीं दिल में मुख्यमंत्री बनने की आस रखते हैं. 50 साल से अधिक के अपने राजनैतिक सफर में वो कर्नाटक में कई बार मंत्री बने यहां तक कि गृहमंत्री भी रहे मगर मुख्यमंत्री नहीं बन पाए,एक और वजह है कि खरगे साहब ये भी चाहेंगे कि डीके शिव कुमार और सिद्धारमैया के झगड़े में यदि उनके बेटे प्रियांक खरगे को मुख्यमंत्री बनने का मौका बन जाता है तो क्या बुरा है. तो ये हैं वो वजह जिसकी वजह से सिद्धारमैया की कुर्सी को फिलहाल कोई खतरा नहीं है. मगर यह कुछ समय तक ही है. कुछ दिनों बाद यह लड़ाई फिर शुरू होगी.


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