प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
दिल्ली के राजेन्द्र नगर में एक शख्स की खुदकुशी का मामला सामने आया है.बताया जा रहा है कि 28 साल के वरुण ने यूपीएससी का फॉर्म भरा था.कल कल यूपीएससी का एग्जाम था, लेकिन वरुण एग्जाम नहीं दे पाये.इसी वजह से खुदकुशी कर ली.बताया जा रहा है कि वरुण एग्जाम सेंटर में लेट पहुँचे और इस वजह से उन्हें परीक्षा कक्ष में घुसने नहीं दिया गया.इस बात से दुखी होकर वरुण ने खुदकुशी कर ली.नाराज़ वरुण ने सुसाइड नोट भी लिखा है.जिसमें यूपीएससी की परीक्षा पर टिप्पणी की है.वरुण ने लिखा है कि "नियम ठीक हैं लेकिन अच्छे काम के लिए इनमें थोड़ा ढील होना चाहिए".बताया जा रहा है कि वरुण दक्षिण भारत के रहने वाले थे.हालांकि किस राज्य के थे, यह अभी पता नहीं लग पाया है.
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गौरतलब है कि पिछले दिनों यूपीएससी को लेकर यह खबर भी आई थी कि केंद्र सरकार सिविल सेवा परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को सेवाओं के आवंटन में बड़ा बदलाव करने पर विचार कर रही है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने संबद्ध विभाग से इस बारे में पड़ताल करने को कहा है कि क्या ‘ फाउंडेशन कोर्स ’ पूरा होने के बाद सेवा/कैडर का आवंटन किया जा सकता है.सभी सेवाओं के अधिकारियों के लिए फाउंडेशन कोर्स की अवधि तीन महीने है. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में चुने गए उम्मीदवारों को सेवा का आवंटन अभी फाउंडेशन कोर्स पूरा होने से पहले किया जाता है. कैडर नियंत्रण से जुड़े विभिन्न प्राधिकारों को कार्मिक मंत्रालय द्वारा भेजे गए पत्र के मुताबिक पीएमओ इस बारे में जानना चाहता है कि परीक्षा के आधार पर चयनित प्रोबेशनर को सेवा आवंटन/कैडर आवंटन क्या फाउंडेशन कोर्स के बाद किया जा सकता है.
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गौरतलब है कि पिछले दिनों यूपीएससी को लेकर यह खबर भी आई थी कि केंद्र सरकार सिविल सेवा परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को सेवाओं के आवंटन में बड़ा बदलाव करने पर विचार कर रही है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने संबद्ध विभाग से इस बारे में पड़ताल करने को कहा है कि क्या ‘ फाउंडेशन कोर्स ’ पूरा होने के बाद सेवा/कैडर का आवंटन किया जा सकता है.सभी सेवाओं के अधिकारियों के लिए फाउंडेशन कोर्स की अवधि तीन महीने है. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में चुने गए उम्मीदवारों को सेवा का आवंटन अभी फाउंडेशन कोर्स पूरा होने से पहले किया जाता है. कैडर नियंत्रण से जुड़े विभिन्न प्राधिकारों को कार्मिक मंत्रालय द्वारा भेजे गए पत्र के मुताबिक पीएमओ इस बारे में जानना चाहता है कि परीक्षा के आधार पर चयनित प्रोबेशनर को सेवा आवंटन/कैडर आवंटन क्या फाउंडेशन कोर्स के बाद किया जा सकता है.
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