नई दिल्ली:
नोटबंदी के 50 दिन बाद भी छोटे व्यापारियों को स्वाइप मशीनें नहीं मिल पा रहीं. स्वाइप मशीनों के लिए 20 से 25 दिन की वेटिंग है. ज़्यादातर खरीदारों के पास नए नोट नहीं हैं तो वो कार्ड का इस्तमाल करना चाहते हैं लेकिन स्वाइप मशीन ना हो पाने के कारण व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
चांदनी चौक में चांदी के सामान का व्यापार करने वाले विनीत सेठ बताते हैं, "उन्हें स्वाइप मशीन के लिए आवेदन किए हुए 15 दिन से ज़्यादा का वक़्त गुज़र गया है लेकिन अभी स्वाइप मशीन नहीं मिल पायी है कस्टमर कार्ड देता है हमे काफी मुश्किल हो रही है."
वहीं बैंकों का कहना है कि एक साथ इतनी ज़्यादा मांग हो गई है कि स्वाइप मशीनों की कि स्वाइप मशीनों की कमी हो गई जिस वजह से देरी हो रही है. ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाई एसोसिएशन के महासचिव अशोक गुप्ता बताते हैं कि "बैंक भी तैयार नहीं थे लेकिन स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही. वेंडर को और मशीने उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है."
एक बात तो साफ़ है कि प्रधानमंत्री मोदी का 50 दिन में स्थिति सामान्य कर देने वाला वादा पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है. नए नोट नहीं है. आम आदमी के पास देने के लिए और दुकानदार कार्ड से पैसे नहीं ले सकते क्योंकि स्वाइप मशीन नहीं है.
चांदनी चौक में चांदी के सामान का व्यापार करने वाले विनीत सेठ बताते हैं, "उन्हें स्वाइप मशीन के लिए आवेदन किए हुए 15 दिन से ज़्यादा का वक़्त गुज़र गया है लेकिन अभी स्वाइप मशीन नहीं मिल पायी है कस्टमर कार्ड देता है हमे काफी मुश्किल हो रही है."
वहीं बैंकों का कहना है कि एक साथ इतनी ज़्यादा मांग हो गई है कि स्वाइप मशीनों की कि स्वाइप मशीनों की कमी हो गई जिस वजह से देरी हो रही है. ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाई एसोसिएशन के महासचिव अशोक गुप्ता बताते हैं कि "बैंक भी तैयार नहीं थे लेकिन स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही. वेंडर को और मशीने उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है."
एक बात तो साफ़ है कि प्रधानमंत्री मोदी का 50 दिन में स्थिति सामान्य कर देने वाला वादा पूरा होता नहीं दिखाई दे रहा है. नए नोट नहीं है. आम आदमी के पास देने के लिए और दुकानदार कार्ड से पैसे नहीं ले सकते क्योंकि स्वाइप मशीन नहीं है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
नोटबंदी, स्वाइप मशीनों की किल्लत, नकदी संकट, ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाई एसोसिएशन, अशोक गुप्ता, Noteban, Currency Crunch, Cash Crunch, Shortage Of Swipe Machines, All India Bank Employees Association, Ashok Gupta