
हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बल के जवान तैनात (फाइल फोटो)
उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा में अब तक की 10 खास बातें-
अधिकारियों ने कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में अधिकांश जगहों पर यातायात सामान्य है और लोगों ने काम पर जाना शुरू कर दिया है. कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें भी खोली हैं.
संवेदनशील जगहों पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों के साथ रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी तैनात हैं.
कुछ जगहों पर क्रेन और बुलडोजर जले हुए वाहनों को हटाने के काम में लगे हैं ताकि सड़कों को पूरी तरह से खुलवाया जा सके. शिव विहार हिंसा में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है.
हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा है क्योंकि यहां रहने वाले लोग इलाके को छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि इन जगहों पर स्थिति सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा.
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भड़की हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को दिल्ली पुलिस को मदद के लिए 7,500 कॉल आई है.
गृह मंत्रालय ने लोगों से "अफवाहों पर भरोसा नहीं करने" और अराजक तत्वों तथा समूहों के बहकावे में नहीं आने के लिए कहा है.
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी एस एन श्रीवास्तव को अगले आदेश दिल्ली पुलिस चीफ का प्रभार दिया गया है. वह अमूल्य पटनायक की जगह लेंगे. एसएन श्रीवास्तव को कुछ दिन पहले ही स्पेशल कमिश्नर (कानून और व्यवस्था) नियुक्त किया गया था.
सोशल मीडिया पर सैकड़ों लोगों ने आरोप लगाया कि कई जगहों पर जहां हिंसा भड़की थी, वहां पुलिस की मौजदगी नहीं थी.
गृह मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली पुलिस सद्भाव कायम करने के लिए दोनों समुदायों के लोगों के साथ बैठक कर रही है. बैठकों का दौर तब तक जारी रहेगा जब तक की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है.
मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर (22829334 और 22829335) भी जारी किए हैं.