यूनुस टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के सर्वकालीन महान बल्लेबाजों में से एक हैं (फाइल फोटो)
कराची:
पाकिस्तान टीम के कप्तान मिस्बाह के बाद अब वहां के सबसे कामयाब बल्लेबाज यूनुस खान ने भी वेस्टइंडीज दौरे के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है. 39 वर्ष के यूनुस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी यूनुस से पहले पाकिस्तान टेस्ट टीम के कप्तान 43 वर्षीय मिस्बाह उल हक ने भी वेस्टइंडीज दौरे के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. मिस्बाह और यूनुस के संन्यास लेने के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाजी में ऐसा खाली स्थान बन जाएगी जिसकी भरपाई आसान नहीं होगी. उम्रदराज होने के बावजूद टेस्ट में पाकिस्तान टीम की बल्लेबाज बहुत कुछ मिस्बाह और यूनुस पर ही निर्भर रही है. बेशक टीम में अजहर अली और बाबर आजम, उमर अकमल जैसे प्रतिभावान बल्लेबाज हैं, लेकिन प्रदर्शन में स्थायित्व नहीं होना इस टीम की समस्या रही है. ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि मिस्बाह और यूनुस के संन्यास के बाद अब कौन पाकिस्तान की टेस्ट में बल्लेबाजी की अहम जिम्मेदारी संभालेगा.
पाकिस्तान, वेस्टंडीज दौरे पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा, जो कि इन दोनों दिग्गजों की आखिरी सीरीज होगी. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने यूनुस के हवाले से लिखा है, "लोग मुझसे आग्रह कर रहे थे कि मैं संन्यास के बारे में किसी तरह की घोषणा नहीं करूं लेकिन अब अलविदा कहने का समय आ गया है." उन्होंने कहा, "हर खिलाड़ी के करियर में ऐसा समय आता है जब उसे कुछ फैसले लेने होते हैं. मैंने हमेशा ही अपने मुल्क की सेवा करने की कोशिश की है. हर खिलाड़ी हमेशा फिट नहीं रह सकता. हर समय प्रेरणा एक जैसी नहीं रहती. यह समय है जब यूनुस को आने वाले वेस्टइंडीज दौरे के बाद मैदान छोड़ देना चाहिए." यूनुस टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने से सिर्फ 23 रन दूर हैं. वह ऐसा करने वाले पाकिस्तान के पहले बल्लेबाज होंगे. उन्होंने कहा कि संन्यास की तैयारी पहले से ही कर ली थी, लेकिन सिर्फ यह उपलब्धि हासिल करने के लिए वे रुके रहे
यूनुस ने कहा, "यह अचानक से नहीं हुआ. मेरे दिमाग में यह बात हमेशा से थी और मेरे कुछ करीबी लोग इस बात को जानते थे. मैंने जावेद भाई (मियांदाद) के रिकॉर्ड को पार करने के बाद ही संन्यास के बारे में विचार किया था, लेकिन 10,000 रन बनाने के लिए फिर मुझे प्रेरणा मिली और इस मुकाम को हासिल करने का प्रयास किया."उन्होंने कहा, "मैंने पहले से ही इस बात का ऐलान इसलिए किया क्योंकि 10,000 रन बनाने के बाद लोग मुझसे 11,000, 12,000 रन बनाने के बारे में कहते. हो सकता था कि मैं सचिन के 15,000 हजार रन के रिकॉर्ड के बारे में सोचता. इंसान कभी भी संतुष्ट नहीं हो सकता, लेकिन मैं उस उम्र में नहीं हूं. इसलिए मैं चाहता हूं कि लोग मेरे फैसले का सम्मान करें." गौरतलब है कि यूनुस खान ने श्रीलंका के खिलाफ रावलपिंडी में साल 2000 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. उन्होंने अपने देश के लिए अभी तक 115 टेस्ट मैच खेले हैं और 53.06 की औसत से 9977 रन बनाए है जिसमें 34 शतक शामिल हैं. (एजेंसी से इनपुट)
पाकिस्तान, वेस्टंडीज दौरे पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगा, जो कि इन दोनों दिग्गजों की आखिरी सीरीज होगी. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने यूनुस के हवाले से लिखा है, "लोग मुझसे आग्रह कर रहे थे कि मैं संन्यास के बारे में किसी तरह की घोषणा नहीं करूं लेकिन अब अलविदा कहने का समय आ गया है." उन्होंने कहा, "हर खिलाड़ी के करियर में ऐसा समय आता है जब उसे कुछ फैसले लेने होते हैं. मैंने हमेशा ही अपने मुल्क की सेवा करने की कोशिश की है. हर खिलाड़ी हमेशा फिट नहीं रह सकता. हर समय प्रेरणा एक जैसी नहीं रहती. यह समय है जब यूनुस को आने वाले वेस्टइंडीज दौरे के बाद मैदान छोड़ देना चाहिए." यूनुस टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने से सिर्फ 23 रन दूर हैं. वह ऐसा करने वाले पाकिस्तान के पहले बल्लेबाज होंगे. उन्होंने कहा कि संन्यास की तैयारी पहले से ही कर ली थी, लेकिन सिर्फ यह उपलब्धि हासिल करने के लिए वे रुके रहे
यूनुस ने कहा, "यह अचानक से नहीं हुआ. मेरे दिमाग में यह बात हमेशा से थी और मेरे कुछ करीबी लोग इस बात को जानते थे. मैंने जावेद भाई (मियांदाद) के रिकॉर्ड को पार करने के बाद ही संन्यास के बारे में विचार किया था, लेकिन 10,000 रन बनाने के लिए फिर मुझे प्रेरणा मिली और इस मुकाम को हासिल करने का प्रयास किया."उन्होंने कहा, "मैंने पहले से ही इस बात का ऐलान इसलिए किया क्योंकि 10,000 रन बनाने के बाद लोग मुझसे 11,000, 12,000 रन बनाने के बारे में कहते. हो सकता था कि मैं सचिन के 15,000 हजार रन के रिकॉर्ड के बारे में सोचता. इंसान कभी भी संतुष्ट नहीं हो सकता, लेकिन मैं उस उम्र में नहीं हूं. इसलिए मैं चाहता हूं कि लोग मेरे फैसले का सम्मान करें." गौरतलब है कि यूनुस खान ने श्रीलंका के खिलाफ रावलपिंडी में साल 2000 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. उन्होंने अपने देश के लिए अभी तक 115 टेस्ट मैच खेले हैं और 53.06 की औसत से 9977 रन बनाए है जिसमें 34 शतक शामिल हैं. (एजेंसी से इनपुट)
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