आर. अश्विन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
गॉल टेस्ट के पहले दिन भारतीय स्पिनर्स ने 8 विकेट अपने नाम किए, लेकिन इसमें सबसे चमकदार साबित हुए आर. अश्विन जिन्होंने एक-एक कर छह बल्लेबाज़ों को चलता किया। लगभग दो दशक बाद टीम ने भारत से बाहर खेलते हुए तीन स्पिनर्स एक साथ मैदान पर उतारे और ये फैसला गलत साबित नहीं हुआ।
श्रीलंका जाने से ठीक पहले अर्जुन पुरस्कार लेकर आर. अश्विन ने दावा किया था कि इस बार टीम लंकन लायन्स के खिलाफ जरूर कामयाबी हासिल करेगी। गॉल टेस्ट के पहले दिन अश्विन टीम इंडिया का अर्जुन बन गए।
लंच से पहले श्रीलंका के 5 में से 3 और लंच के बाद एक बार फिर उतने ही विकेट लेकर अश्विन ने मेज़बान टीम की कमर तोड़ दी। गॉल टेस्ट में अश्विन ने अपना पहला शिकार आखिरी टेस्ट सीरीज खेल रहे कुमार संगाकारा को बनाया और उनका ये विकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
संगा की तरह लाहिरू थिरिमाने और अपना 50वां टेस्ट खेल रहे एंजेलो मैथ्यूज़ भी अश्विन के जाल में उलझने से खुद को बचा नहीं सके तो लंच के बाद कप्तान मैथ्यूज़ सहित लोअर ऑर्डर अश्विन का स्पिन झेल नहीं पाया। गॉल में अश्विन 13.4 ओवर में 46 रन देकर 6 विकेट अपने नाम कर लिए जो विदेशी ज़मीन पर उनका बेहतरीन प्रदर्शन है।
इससे पहले 2013 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन ने 103 रन देकर 7 विकेट झटके, तो 2012 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ अश्विन ने 31 रन देकर 6 विकेट झटके। उपमहाद्वीप की पिच पर अश्विन का जलवा एकबार फिर बरकरार रहा है। पहली बार लंका की जमीन पर टेस्ट खेल रहे अश्विन अपनी फ्लाइट और स्पिन से मंझे हुए बल्लेबाजों को भी मात देते रहे।
विदेशी पिच पर ऑफ स्पिनर अश्विन का ये बेहतरीन प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है, लेकिन इसकी जिम्मेदारी अब भारतीय बल्लेबाजों पर है। वैसे कप्तान विराट कोहली ने उम्मीद जताई है कि अश्विन सीरीज में बल्ले से भी धमाल करेंगे।
श्रीलंका जाने से ठीक पहले अर्जुन पुरस्कार लेकर आर. अश्विन ने दावा किया था कि इस बार टीम लंकन लायन्स के खिलाफ जरूर कामयाबी हासिल करेगी। गॉल टेस्ट के पहले दिन अश्विन टीम इंडिया का अर्जुन बन गए।
लंच से पहले श्रीलंका के 5 में से 3 और लंच के बाद एक बार फिर उतने ही विकेट लेकर अश्विन ने मेज़बान टीम की कमर तोड़ दी। गॉल टेस्ट में अश्विन ने अपना पहला शिकार आखिरी टेस्ट सीरीज खेल रहे कुमार संगाकारा को बनाया और उनका ये विकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
संगा की तरह लाहिरू थिरिमाने और अपना 50वां टेस्ट खेल रहे एंजेलो मैथ्यूज़ भी अश्विन के जाल में उलझने से खुद को बचा नहीं सके तो लंच के बाद कप्तान मैथ्यूज़ सहित लोअर ऑर्डर अश्विन का स्पिन झेल नहीं पाया। गॉल में अश्विन 13.4 ओवर में 46 रन देकर 6 विकेट अपने नाम कर लिए जो विदेशी ज़मीन पर उनका बेहतरीन प्रदर्शन है।
इससे पहले 2013 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन ने 103 रन देकर 7 विकेट झटके, तो 2012 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ अश्विन ने 31 रन देकर 6 विकेट झटके। उपमहाद्वीप की पिच पर अश्विन का जलवा एकबार फिर बरकरार रहा है। पहली बार लंका की जमीन पर टेस्ट खेल रहे अश्विन अपनी फ्लाइट और स्पिन से मंझे हुए बल्लेबाजों को भी मात देते रहे।
विदेशी पिच पर ऑफ स्पिनर अश्विन का ये बेहतरीन प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है, लेकिन इसकी जिम्मेदारी अब भारतीय बल्लेबाजों पर है। वैसे कप्तान विराट कोहली ने उम्मीद जताई है कि अश्विन सीरीज में बल्ले से भी धमाल करेंगे।
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