टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)
हरारे:
भारतीय टीम जिम्बाब्वे पर वनडे सीरीज में 'व्हाइटवाश' करने की ओर बढ़ रही है लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि वह इस बात से चिंतित हैं कि अब तक दौरे पर उनके ज्यादातर बल्लेबाजों को मौका नहीं मिला है। भारत ने दूसरे वनडे में जिम्बाब्वे पर आठ विकेट से जीत दर्ज कर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली।
धोनी ने मैच के बाद कहा, 'अभी तक हमारे शीर्ष बल्लेबाजों में से केवल तीन को ही खेलने का मौका मिला है। बल्लेबाजी विभाग में हम कुछ बदलाव करना चाहेंगे।' अंतिम वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम के संयोजन में बदलाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, 'हम बैठकर अगले मैच में बदलाव के लिये संजय बांगड़ से चर्चा करेंगे। एक मैच में इतने सारे खिलाड़ी नहीं खेल सकते। हम देखेंगे कि हम टी20 टीम में किसे रख सकते हैं और हम कुछ गेंदबाजों को आराम देंगे।' धोनी ने इस जीत के लिये अपने गेंदबाजों को श्रेय दिया।
उन्होंने कहा, 'हमारे गेंदबाजों ने उन्हें रोकने का शानदार काम किया, मुझे लग रहा था कि वे 200 रन से आगे बढ़ जायेंगे लेकिन हमारे स्पिनरों ने हमें अहम विकेट दिलाये।' रिचमंड मुतुम्बामी के कैच के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा, 'कैच लेना हमेशा अच्छा होता है और बल्ले के अंदरूनी किनारे को लगकर गयी गेंद को पकड़ना हमेशा अच्छा होता है। भारत ने पहले वनडे में नौ विकेट से जीत दर्ज की थी।
धोनी ने कहा, 'यह प्रदर्शन पहले मैच से अलग था, पिच भी थोड़ी अलग थी। पहले 10 ओवरों में खेले गये कुछ शॉट से लग रहा था कि गेंद बल्ले पर अच्छी तरह आ रही थी।' टीम के दबदबे भरे प्रदर्शन के बीच धोनी को एक बार भी बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला है लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा, 'सबसे अहम चीज मैच जीतना है और जब पेशेवर होने की बात आती है तो हमारी बल्लेबाजी इस पर खरी उतरी है, यहां तक कि पहले मैच में भी। 'दूसरे दर्जे की भारतीय टीम ने फिर दबदबे भरा प्रदर्शन किया और गेंदबाजों ने मेजबान टीम को 34.3 ओवर में 126 रन के स्कोर पर आउट कर दिया। फिर बल्लेबाजों को इस लक्ष्य को हासिल करने में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा और उन्होंने महज 26.5 ओवर में जीत दर्ज की।
जिम्बाब्वे टीम के कप्तान ग्रीम क्रेमर इस परिणाम से निराश थे, उन्होंने कहा, 'फिर से टॉस गंवाने ने भी इस हार में भूमिका अदा की, लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हम 240 रन का स्कोर बनाकर उन्हें दबाव में लाना चाहते थे। चोटें हमेशा निराशाजनक होती हैं लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास अच्छा स्कोर बनाने के लिये काफी बल्लेबाज थे। हमें चार मैच और खेलने हैं और उम्मीद है कि हम टी20 में उन्हें चुनौती देंगे।'
मैन आफ द मैच लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 25 रन देकर तीन विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया।, उन्होंने कहा, 'मैंने गेंदबाजी का लुत्फ उठाया, विकेट थोड़ा धीमा था।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
धोनी ने मैच के बाद कहा, 'अभी तक हमारे शीर्ष बल्लेबाजों में से केवल तीन को ही खेलने का मौका मिला है। बल्लेबाजी विभाग में हम कुछ बदलाव करना चाहेंगे।' अंतिम वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम के संयोजन में बदलाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, 'हम बैठकर अगले मैच में बदलाव के लिये संजय बांगड़ से चर्चा करेंगे। एक मैच में इतने सारे खिलाड़ी नहीं खेल सकते। हम देखेंगे कि हम टी20 टीम में किसे रख सकते हैं और हम कुछ गेंदबाजों को आराम देंगे।' धोनी ने इस जीत के लिये अपने गेंदबाजों को श्रेय दिया।
उन्होंने कहा, 'हमारे गेंदबाजों ने उन्हें रोकने का शानदार काम किया, मुझे लग रहा था कि वे 200 रन से आगे बढ़ जायेंगे लेकिन हमारे स्पिनरों ने हमें अहम विकेट दिलाये।' रिचमंड मुतुम्बामी के कैच के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा, 'कैच लेना हमेशा अच्छा होता है और बल्ले के अंदरूनी किनारे को लगकर गयी गेंद को पकड़ना हमेशा अच्छा होता है। भारत ने पहले वनडे में नौ विकेट से जीत दर्ज की थी।
धोनी ने कहा, 'यह प्रदर्शन पहले मैच से अलग था, पिच भी थोड़ी अलग थी। पहले 10 ओवरों में खेले गये कुछ शॉट से लग रहा था कि गेंद बल्ले पर अच्छी तरह आ रही थी।' टीम के दबदबे भरे प्रदर्शन के बीच धोनी को एक बार भी बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला है लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा, 'सबसे अहम चीज मैच जीतना है और जब पेशेवर होने की बात आती है तो हमारी बल्लेबाजी इस पर खरी उतरी है, यहां तक कि पहले मैच में भी। 'दूसरे दर्जे की भारतीय टीम ने फिर दबदबे भरा प्रदर्शन किया और गेंदबाजों ने मेजबान टीम को 34.3 ओवर में 126 रन के स्कोर पर आउट कर दिया। फिर बल्लेबाजों को इस लक्ष्य को हासिल करने में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा और उन्होंने महज 26.5 ओवर में जीत दर्ज की।
जिम्बाब्वे टीम के कप्तान ग्रीम क्रेमर इस परिणाम से निराश थे, उन्होंने कहा, 'फिर से टॉस गंवाने ने भी इस हार में भूमिका अदा की, लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हम 240 रन का स्कोर बनाकर उन्हें दबाव में लाना चाहते थे। चोटें हमेशा निराशाजनक होती हैं लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास अच्छा स्कोर बनाने के लिये काफी बल्लेबाज थे। हमें चार मैच और खेलने हैं और उम्मीद है कि हम टी20 में उन्हें चुनौती देंगे।'
मैन आफ द मैच लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 25 रन देकर तीन विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया।, उन्होंने कहा, 'मैंने गेंदबाजी का लुत्फ उठाया, विकेट थोड़ा धीमा था।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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