
- वॉशिंगटन सुंदर ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में नाबाद शतकीय पारी खेलकर टीम को हार से बचाया था.
- सुंदर के पिता ने बीसीसीआई चयनकर्ताओं पर बेटे को नियमित मौके न देने का आरोप लगाया है.
- सुंदर ने 2017 से 12 टेस्ट, 23 वनडे और 54 टी20 मैच खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है.
Washington Sundar's Father react on BCCI Selectors: इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में भारत की दूसरी पारी में वॉशिंगटन सुंदर ने नाबाद शतकीय पारी खेलकर टीम को हार से बाहर निकाला था. सुंदर ने नाबाद 101 रन की पारी खेली थी. वॉशिंगटन सुंदर ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर 203 रन की नाबाद साझेदारी कर मैच को ड्रा कराने में अहम भूमिका निभाई थी. एक ओर जहां सुदंर की पारी की तारीफ हो रही है तो वहीं, दूसरी ओर वॉशिंगटन सुंदर के पिता का एक बड़ा रिएक्शन सामने आया है जिसमें उन्होंने चयनकर्ताओं पर भड़ास निकाली है.
अपने बेटे के शानदार प्रदर्शन के बाद, वाशिंगटन सुंदर के पिता एम सुंदर ने उन्हें नियमित मौके न देने के लिए बीसीसीआई चयनकर्ताओं की कड़ी आलोचना की. स्पिन ऑलराउंडर सुंदर ने 2017 में इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण किया था और तब से सुंदर ने 12 टेस्ट, 23 वनडे और 54 टी20 मैच खेले हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए सुंदर के पिता ने कहा, "वाशिंगटन लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. हालांकि, लोग उसके प्रदर्शन को नज़रअंदाज़ करते हैं और भूल जाते हैं।. अन्य खिलाड़ियों को नियमित मौके मिलते हैं, लेकिन मेरे बेटे को नहीं मिलते. वाशिंगटन को लगातार पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए, जैसा उसने चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में किया था और उसे लगातार पांच से दस मौके मिलने चाहिए. आश्चर्यजनक रूप से, मेरे बेटे को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए नहीं चुना गया. "
सुंदर के पिता ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा, "मेरे बेटे को एक-दो मैच में भी फेल होने पर टीम से बाहर कर दिया जाता है..यह सही नहीं है. वाशिंगटन ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में टर्निंग पिच पर नाबाद 85 रन और उसी साल अहमदाबाद में उसी टीम के खिलाफ 96* रन बनाए थे. अगर ये दोनों पारियां शतक में बदल जातीं, तब भी उसे टीम से बाहर कर दिया जाता."
सुंदर के पिता ने 2018 निदाहास ट्रॉफी में अपने बेटे की उपलब्धि के बारे में भी जिक्र करते हुए कहा, , जहां वह आठ विकेट लेकर सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे. उन्होंने कहा, "मेरा बेटा अपने पहले विदेशी दौरा होने के बावजूद बहुत किफ़ायती रहा था. आईपीएल के अगले संस्करण में, उसके बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद, आरसीबी ने उसे लगातार 11 मैचों के लिए टीम से बाहर कर दिया.. क्या आप उसकी मानसिकता की कल्पना कर सकते हैं? वाशिंगटन ने आईपीएल 2022 सीज़न के दौरान SRH के लिए अपने पहले मैच में 14 गेंदों में 40 रन बनाए. अगले मैच में उसे छठे नंबर पर भेजा गया."
सुंदर के पिता ने इसके अलावा आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस की टीम पर भी अपनी राय दी और बताया कि "उनके बेटे की मैच जिताने की क्षमता के बावजूद उसका टीम ने कम इस्तेमाल किया. उन्होंने आईपीएल 2025 के एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 24 गेंदों पर 48 रन बनाकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया लेकिन इसके बाद भी उसे नियमित मौके नहीं मिलते हैं. राजस्थान रॉयल्स ने यशस्वी जायसवाल का कितना समर्थन किया है, सुंदर को भी लगातार मौके मिलने चाहिए."
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