उमेश यादव टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे (फाइल फोटो)
पुणे:
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के पहले दिन उमेश यादव टीम इंडिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज साबित हुए. उन्होंने चार विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभाई. टीम इंडिया प्रबंधन ने एक खास रणनीति के तहत यादव से गेंदबाजी की शुरुआत नहीं कराई. ईशांत शर्मा के साथ ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने गेंदबाजी का आगाज किया. पारी के दूसरे ही ओवर से अश्विन को गेंदबाजी पर आते देखकर हर किसी को हैरानी हुई लेकिन सहायक कोच संजय बांगर ने उमेश यादव को बाद में बॉलिंग के लिए उतारने के फैसले की वजह बताई.
उमेश यादव को ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान शुक्रवार को काफी देर बाद 28वें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुलाया गया था. भारतीय टीम के सहायक कोच बांगर ने विदर्भ के तेज गेंदबाज की रिवर्स स्विंग हासिल करने की योग्यता के कारण इसे रणनीति का हिस्सा करार दिया. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उमेश को पुरानी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने के लिये जाना जाता है. यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी आपने देखा होगा कि उसे काफी रिवर्स स्विंग मिली. हमने उमेश को इसलिए पहले गेंद नहीं सौंपी क्योंकि उम्मीद थी कि गेंद पारी में जल्द ही रिवर्स स्विंग लेनी शुरू कर देगी. उन्हें शुरू में गेंद नहीं सौंपने की सटीक रणनीति थी क्योंकि शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के दो बल्लेबाज थे.’
टीम इंडिया के सहायक कोच ने कहा , ‘आपको प्रत्येक खिलाड़ी की खास क्षमताओं का पता होता है. हम जानते हैं कि ईशांत शर्मा ने अपनी तेजी और उछाल से पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया है. हम इसका फायदा उठाना चाहते थे और इसलिए बाएं हाथ के बल्लेबाजों के सामने उसे गेंद सौंपी गयी.’उन्होंने कहा, ‘हम उमेश की क्षमताओं से वाकिफ है जो गेंद को थोड़ा फुल लेंग्थ करते हैं. गेंद जल्दी रिवर्स स्विंग होने लगी जैसी कि हमें उम्मीद थी. इसलिए उन्हें बाद में गेंद सौंपी गई. यह विराट कोहली की शानदार रणनीति थी। इससे उमेश दिन भर तरोताजा बना रहा और इसका उसे तीसरे और चौथे स्पैल में फायदा मिला. ’ (भाषा से इनपुट)
उमेश यादव को ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान शुक्रवार को काफी देर बाद 28वें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुलाया गया था. भारतीय टीम के सहायक कोच बांगर ने विदर्भ के तेज गेंदबाज की रिवर्स स्विंग हासिल करने की योग्यता के कारण इसे रणनीति का हिस्सा करार दिया. उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उमेश को पुरानी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने के लिये जाना जाता है. यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी आपने देखा होगा कि उसे काफी रिवर्स स्विंग मिली. हमने उमेश को इसलिए पहले गेंद नहीं सौंपी क्योंकि उम्मीद थी कि गेंद पारी में जल्द ही रिवर्स स्विंग लेनी शुरू कर देगी. उन्हें शुरू में गेंद नहीं सौंपने की सटीक रणनीति थी क्योंकि शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के दो बल्लेबाज थे.’
टीम इंडिया के सहायक कोच ने कहा , ‘आपको प्रत्येक खिलाड़ी की खास क्षमताओं का पता होता है. हम जानते हैं कि ईशांत शर्मा ने अपनी तेजी और उछाल से पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया है. हम इसका फायदा उठाना चाहते थे और इसलिए बाएं हाथ के बल्लेबाजों के सामने उसे गेंद सौंपी गयी.’उन्होंने कहा, ‘हम उमेश की क्षमताओं से वाकिफ है जो गेंद को थोड़ा फुल लेंग्थ करते हैं. गेंद जल्दी रिवर्स स्विंग होने लगी जैसी कि हमें उम्मीद थी. इसलिए उन्हें बाद में गेंद सौंपी गई. यह विराट कोहली की शानदार रणनीति थी। इससे उमेश दिन भर तरोताजा बना रहा और इसका उसे तीसरे और चौथे स्पैल में फायदा मिला. ’ (भाषा से इनपुट)
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