
महेंद्र सिंह धोनी ( फाइल फोटो )
नई दिल्ली:
आज श्रीलंका के रंगीरी दाम्बुला इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर भारत और श्रीलंका के बीच सीरीज का पहला एकदिवसीय मैच खेला जाएगा. टेस्ट सीरीज को 3-0 से जीतने के बाद अब टीम इंडिया एकदिवसीय सीरीज को भी अपने नाम करना चाहेगी. दोनों टीमों के बीच पांच एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे. श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया का रिकॉर्ड शानदार रहा है. दोनों टीमों के बीच अभी-तक 180 मैच खेले जा चुके हैं.अगर बाइलेट्रल सीरीज की बात की जाए तो टीम इंडिया ने श्रीलंका को काफी पीछे छोड़ दिया है. दोनों टीमों के बीच 16 बाइलेट्रल एकदिवसीय सीरीज खेली जा चुकी हैं. जिसमें से 11 सीरीज भारत जीता है,श्रीलंका के हाथ सिर्फ दो सीरीज लगी है. जबकि तीन सीरीज ड्रा रहीं. बाइलेट्रल एकदिवसीय सीरीज के तहत दोनों टीमों के बीच 65 मैच खेले गए हैं जिस में से 41 मैच टीम इंडिया ने जीते और श्रीलंका सिर्फ 17 मैच जीता पाया. 7 मैचों का कोई नतीजा नहीं आया.
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श्रीलंका के खिलाफ भारत का शानदार प्रदर्शन : श्रीलंका और भारत के बीच पहला द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज 1982 में खेला गया था. कपिल देव के कप्तानी में भारत ने तीन मैचों की सीरीज को 3-0 से जीत लिया था. 1985 में तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलने के लिए भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था. यह सीरीज 1-1 में ड्रा रही. 1986/87 में श्रीलंकाई टीम पांच एकदिवसीय मैच खेलने के लिए भारत आई. कपिल देव के कप्तानी में भारत इस सीरीज को 4-1 से जीत लिया. 1990/91 में श्रीलंका तीन एकदिवसीय मैच खेलने के लिए भारत का दौरा किया और मोहम्मद अज़हरुद्दीन के कप्तानी में भारत इस सीरीज को 2-1 से जीता. इस तरह पहले दस साल में दोनों टीमों के बीच चार बाइलेट्रल सीरीज खेली गईं.जिसमें से भारत तीन सीरीज जीता औक एक सीरीज ड्रा रही.
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श्रीलंका के तरफ से रणतुंगा सबसे सफल कप्तान: 1993 में भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था और तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज को श्रीलंका 2-1 से जीत लिया था. यह पहली बार हुआ था जब श्रीलंका ने भारत के खिलाफ कोई द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज जीता था।उस वक्त श्रीलंका का कप्तान अर्जुन रणतुंगा थे. फिर 1994 श्रीलंका भारत का दौरा किया था और तीन एकदिवसीय मैच खेला था.भारत इस सीरीज को 2-1 से जीत लिया था.1997 में भारत तीन एकदिवसीय मैच खेलने के लिए श्रीलंका का दौरा किया था और अर्जुन रणतुंगा के कप्तानी में श्रीलंका इस सीरीज को 3-0 से जीत लिया था. यह पहली बार हुआ था जब श्रीलंका ने भारत के खिलाफ कोई बाइलेट्रल सीरीज को क्लीन स्वीप करने में कामयाब हुआ था। अगर बाइलेट्रल एकदिवसीय सीरीज की बात की जाए तो कप्तान के रूप में अर्जुन रणतुंगा को छोड़कर कोई भी श्रीलंकाई कप्तान भारत के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज नहीं जीत पाया है. रणतुंगा के कप्तानी में श्रीलंका ने भारत के खिलाफ पांच द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज खेला है जिसमें दो में जीत हासिल की है और दो में हार का सामना करना पड़ा. एक सीरीज ड्रा रही.
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इन मामलों में धोनी ने भारत के सभी कप्तानों को पीछे छोड़ा : 1997 में आखिरी बार श्रीलंका ने भारत के खिलाफ द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज जीतने में कामयाब हुआ था. इस के बाद श्रीलंका कोई भी सीरीज जीत नहीं पाया. .अगर भारत के नज़रिये से देखा जाए तो महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सबसे शानदार प्रदर्शन किया है.धोनी की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सभी द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज़ जीता. 2008 से लेकर 2012 के बीच धोनी के कप्तानी में भारत चार द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज खेला और चारों में ही जीत दर्ज की. ऐसा भारत का कोई दूसरा कप्तान नहीं कर पाया. कपिल देव के कप्तानी में भारत श्रीलंका के खिलाफ तीन एकदिवसीय सीरीज खेला था जिस में से दो में जीत हासिल किया और एक सीरीज ड्रा रही. मोहम्मद अज़हरुद्दीन के कप्तानी में टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ तीन एकदिवसीय सीरीज खेली. जिसमें से दो सीरीज जीती और एक में हार का सामना करना पड़ा. सचिन तेंदुलकर श्रीलंका के खिलाफ भारत की तरफ से सबसे असफल कप्तान रहे. सचिन के कप्तानी में भारत श्रीलंका के खिलाफ दो एकदिवसीय सीरीज खेला है जिस में एक हारा है और एक ड्रॉ रही. राहुल द्रविड़ के कप्तानी में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ तीन एकदिवसीय सीरीज खेला. जिसमें से दो सीरीज जीतने में कामयाब रहा है और एक सीरीज ड्रॉ रही.
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श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में भी सचिन तेंदुलकर के बाद धोनी दूसरे स्थान पर हैं. अगर श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में औसत की बात की जाए तो महेंद्र सिंह धोनी पहला स्थान पर है. श्रीलंका के खिलाफ धोनी 61 से भी ज्यादा औसत से रन बनाए हैं. इस मामले में विराट कोहली दूसरे स्थान पर हैं.
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श्रीलंका के खिलाफ भारत का शानदार प्रदर्शन : श्रीलंका और भारत के बीच पहला द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज 1982 में खेला गया था. कपिल देव के कप्तानी में भारत ने तीन मैचों की सीरीज को 3-0 से जीत लिया था. 1985 में तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलने के लिए भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था. यह सीरीज 1-1 में ड्रा रही. 1986/87 में श्रीलंकाई टीम पांच एकदिवसीय मैच खेलने के लिए भारत आई. कपिल देव के कप्तानी में भारत इस सीरीज को 4-1 से जीत लिया. 1990/91 में श्रीलंका तीन एकदिवसीय मैच खेलने के लिए भारत का दौरा किया और मोहम्मद अज़हरुद्दीन के कप्तानी में भारत इस सीरीज को 2-1 से जीता. इस तरह पहले दस साल में दोनों टीमों के बीच चार बाइलेट्रल सीरीज खेली गईं.जिसमें से भारत तीन सीरीज जीता औक एक सीरीज ड्रा रही.
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श्रीलंका के तरफ से रणतुंगा सबसे सफल कप्तान: 1993 में भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था और तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज को श्रीलंका 2-1 से जीत लिया था. यह पहली बार हुआ था जब श्रीलंका ने भारत के खिलाफ कोई द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज जीता था।उस वक्त श्रीलंका का कप्तान अर्जुन रणतुंगा थे. फिर 1994 श्रीलंका भारत का दौरा किया था और तीन एकदिवसीय मैच खेला था.भारत इस सीरीज को 2-1 से जीत लिया था.1997 में भारत तीन एकदिवसीय मैच खेलने के लिए श्रीलंका का दौरा किया था और अर्जुन रणतुंगा के कप्तानी में श्रीलंका इस सीरीज को 3-0 से जीत लिया था. यह पहली बार हुआ था जब श्रीलंका ने भारत के खिलाफ कोई बाइलेट्रल सीरीज को क्लीन स्वीप करने में कामयाब हुआ था। अगर बाइलेट्रल एकदिवसीय सीरीज की बात की जाए तो कप्तान के रूप में अर्जुन रणतुंगा को छोड़कर कोई भी श्रीलंकाई कप्तान भारत के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज नहीं जीत पाया है. रणतुंगा के कप्तानी में श्रीलंका ने भारत के खिलाफ पांच द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज खेला है जिसमें दो में जीत हासिल की है और दो में हार का सामना करना पड़ा. एक सीरीज ड्रा रही.
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श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में भी सचिन तेंदुलकर के बाद धोनी दूसरे स्थान पर हैं. अगर श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में औसत की बात की जाए तो महेंद्र सिंह धोनी पहला स्थान पर है. श्रीलंका के खिलाफ धोनी 61 से भी ज्यादा औसत से रन बनाए हैं. इस मामले में विराट कोहली दूसरे स्थान पर हैं.
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