मुंबई:
बीसीसीआई ने 2013-14 में भारत में होने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज और घरेलू टूर्नामेंटों के प्रसारण अधिकार स्टार प्राइवेट लिमिटेड और ईएसपीएन को दो करोड़ रुपये प्रति मैच की बेसप्राइज पर देने का फैसला किया।
यह रकम एयरटेल के साथ पिछले करार की तुलना में काफी कम है।
बीसीसीआई की मार्केटिंग समिति की यहां क्रिकेट सेंटर में सुबह बैठक हुई, जिसमें 2013-14 में भारत में होने वाले सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैचों के टाइटल प्रायोजन के लिए आई बोलियों पर विचार किया गया।
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने एक बयान में कहा, मार्केटिंग समिति ने 2013-14 सत्र में भारत में होने वाली सभी शृंखलाओं के टाइटल प्रायोजन अधिकार स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ईएसपीएन सॉफ्टवेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दो करोड़ प्रति अंतरराष्ट्रीय मैच की दर से देने का फैसला किया।
पटेल ने कहा कि बोली लगाने वालों को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शृंखला या भारत और वेस्टइंडीज के बीच शृंखला या दोनों के लिए बोली लगाने का विकल्प दिया गया था।
मौजूदा टाइटल प्रायोजक एयरटेल के अनुबंध के नवीनीकरण से इनकार के बाद बीसीसीआई ने कॉरपोरेट समूहों से नई बोलियां मंगवाई थीं। एयरटेल ने 1 सितंबर 2010 से 31 मार्च 2013 मे भारत में होने वाले सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैचों के प्रायोजन अधिकार प्रति मैच 3.33 करोड़ रुपये की दर से खरीदे थे।
भारत के घरेलू मैचों (टेस्ट, वन-डे, टी20) की बेसप्राइज दो करोड़ रुपये प्रति मैच रखी गई थी। भारत को अगले छह महीने में ऑस्ट्रेलिया के साथ सात वन-डे और एक टी20 मैच, वेस्टइंडीज से दो टेस्ट और तीन वन-डे खेलने हैं।
प्रायोजन अधिकार के तहत ईरानी कप, रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी, विजय हजारे, देवधर ट्रॉफी और राजसिंह डुंगरपूर ट्रॉफी भी आएंगी।
यह रकम एयरटेल के साथ पिछले करार की तुलना में काफी कम है।
बीसीसीआई की मार्केटिंग समिति की यहां क्रिकेट सेंटर में सुबह बैठक हुई, जिसमें 2013-14 में भारत में होने वाले सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैचों के टाइटल प्रायोजन के लिए आई बोलियों पर विचार किया गया।
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने एक बयान में कहा, मार्केटिंग समिति ने 2013-14 सत्र में भारत में होने वाली सभी शृंखलाओं के टाइटल प्रायोजन अधिकार स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ईएसपीएन सॉफ्टवेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दो करोड़ प्रति अंतरराष्ट्रीय मैच की दर से देने का फैसला किया।
पटेल ने कहा कि बोली लगाने वालों को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शृंखला या भारत और वेस्टइंडीज के बीच शृंखला या दोनों के लिए बोली लगाने का विकल्प दिया गया था।
मौजूदा टाइटल प्रायोजक एयरटेल के अनुबंध के नवीनीकरण से इनकार के बाद बीसीसीआई ने कॉरपोरेट समूहों से नई बोलियां मंगवाई थीं। एयरटेल ने 1 सितंबर 2010 से 31 मार्च 2013 मे भारत में होने वाले सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैचों के प्रायोजन अधिकार प्रति मैच 3.33 करोड़ रुपये की दर से खरीदे थे।
भारत के घरेलू मैचों (टेस्ट, वन-डे, टी20) की बेसप्राइज दो करोड़ रुपये प्रति मैच रखी गई थी। भारत को अगले छह महीने में ऑस्ट्रेलिया के साथ सात वन-डे और एक टी20 मैच, वेस्टइंडीज से दो टेस्ट और तीन वन-डे खेलने हैं।
प्रायोजन अधिकार के तहत ईरानी कप, रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी, विजय हजारे, देवधर ट्रॉफी और राजसिंह डुंगरपूर ट्रॉफी भी आएंगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं