खास बातें
- मांजरेकर की आवाज़ आपको उनके बारे में राय बदलने पर मजबूर कर सकती है.
- संजय को बंगाली गीत को गाने के लिए 1,000 घंटे के फ़ॉर्मूले पर काम करना पड़ा.
- बंगाली गीत को गाने में रबीन्द्र संगीत में मशहूर श्रावणी सेन ने की मदद.
नई दिल्ली: टेलीविज़न पर बेबाक और सटीक कॉमेन्ट्री करने वाले वाले पूर्व टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर की आवाज़ आपको उनके बारे में राय बदलने पर मजबूर कर सकती है. मराठी भाषा बोलने वाले टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर की सुरीली आवाज़ को गाने में सुनना बेहद सुखद अनुभव है. मांजरेकर ने एक बंगाली गाने को सुर में साधने की कमाल की कोशिश की है.
संजय मांजरेकर को किशोर कुमार के गाने भी बेहद पसंद हैं और इसके लिए वो क्रिकेट सर्किट में जाने भी जाते रहे हैं. टेस्ट और वनडे में कुल मिलाकर 100 से ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले संजय मांजरेकर दुनिया के उम्दा और बेबाक कॉमेन्टेटर के तौर पर लोकप्रियता की परवाह किए बगैर अपने विश्लेषण के लिए भी मशहूर रहे हैं, लेकिन उनकी शख़्सियत का एक पहलू इतना कलात्मक है, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल है.
इन गानों के बाद उनकी गिनती यकीनन अच्छे गायकों में भी की जा सकती है. एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि इस बंगाली गीत को गाने के लिए उन्हें 1,000 घंटे के फ़ॉर्मूले पर काम करना पड़ा. मांजरेकर ने बताया कि उन्हें बंगाली गीत को गाने में बंगाल की ही रबीन्द्र संगीत में मशहूर श्रावणी सेन ने मदद की. श्रावणी ने ही उनके बार-बार लिए गए टेक पर मुहर लगाई.
संजय मांजरेकर ने ये भी ट्वीट किया है कि बंगाली भाषा में रबीन्द्र संगीत गाकर उनका एक ख़्वाब पूरा हो गया है. इसे अपने जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक मानकर ज़ाहिर तौर पर वो बेहद खुश हैं.