यह दुखद है कि चयनकर्ता के रूप में आपको अपने मित्र गंवाने पड़ते हैं : संदीप पाटिल

यह दुखद है कि चयनकर्ता के रूप में आपको अपने मित्र गंवाने पड़ते हैं : संदीप पाटिल

संदीप पाटिल की फाइल तस्वीर

मुंबई:

संदीप पाटिल ने अपनी अगुआई वाले चयन पैनल के सोमवार को मुंबई में अंतिम बार भारतीय क्रिकेट टीम का चयन करने के बाद कहा कि चयनकर्ता होने की एकमात्र दुखद चीज यह है कि आप अपने कुछ मित्र गंवा देते हैं.

सितंबर, 2012 में मोहिंदर अमरनाथ को बर्खास्त किए जाने के बाद चयन समिति के अध्यक्ष नियुक्त किए गए पाटिल ने कहा कि वह अपने कार्यकाल का अंत प्रसन्न व्यक्ति के रूप में कर रहे हैं.

न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट की आगामी सीरीज के लिए भारत की 15-सदस्यीय टीम का चयन करने के बाद पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, 'भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए हमने कुछ कड़े और बड़े फैसले किए. अपने कार्यकाल के अंत में हमें खुशी है कि टीम तीनों प्रारूपों में काफी अच्छा कर रही है और मैं अगली समिति को शुभकामनाएं देता हूं.

उन्होंने कहा, 'साथ ही बीसीसीआई को यह मौका देने के लिए धन्यवाद. मेरे कार्यकाल के दौरान बोर्ड ने कुछ शानदार फैसले किए. राहुल द्रविड़ के जूनियर और अनिल कुंबले के सीनियर टीम का कोच बनने के साथ बीसीसीआई ने जो खाका तैयार किया है, उससे हम खुश हैं.'

पाटिल ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान चयन मामलों में कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं था. उन्होंने कहा, 'हमारे चार साल के कार्यकाल के दौरान किसी भी क्षेत्र के बीसीसीआई अधिकारी ने किसी सिफारिश के साथ चयन समिति से संपर्क नहीं किया.'

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com