नई दिल्ली:
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग को लेकर एक अंतरिम जांच रिपोर्ट बुधवार को बीसीसीआई को सौंपी गई। स्पॉट फिक्सिंग के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक पखवाड़े पहले एस श्रीसंत सहित राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट को गिरफ्तार खिलाड़ियों तक पहुंचे बिना और दिल्ली पुलिस के संपूर्ण सबूतों के बिना तैयार किया गया।
क्रिकेट बोर्ड जिस संकट से गुजर रहा है उसे देखते हुए इस रिपोर्ट का क्या होगा अभी यह तय किया जाना बाकी है। बीसीसीआई ने पूर्व आईपीएस अधिकारी आरएन सवानी को दिल्ली और मुंबई पुलिस की जांच की समीक्षा करके क्रिकेट बोर्ड को रिपोर्ट देने के लिये कहा था।
सवानी वर्ष 2000 की मैच फिक्सिंग की जांच में शामिल थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जांच में दिल्ली पुलिस द्वारा तीन खिलाड़ियों पर लगाये गये आरोपों की जांच करनी था। इसके अलावा उसे उन तीन मैचों की जांच भी करनी था जिनका ज़िक्र दिल्ली पुलिस ने किया है।
बीसीसीआई की एक सदस्यीय जांच टीम ने हालांकि तीनों खिलाड़ियों से बात नहीं की। श्रीसंत और अजय चंदीला न्यायिक हिरासत में थे जबकि अंकित चव्हाण शादी के कारण जमानत पर थे। बीसीसीआई ने सवानी को जांच पूरी करने के लिये 15 दिन का समय दिया था। सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस ने मामले से जुड़ी की कुछ बुनियादी बातें बतायीं।
क्रिकेट बोर्ड जिस संकट से गुजर रहा है उसे देखते हुए इस रिपोर्ट का क्या होगा अभी यह तय किया जाना बाकी है। बीसीसीआई ने पूर्व आईपीएस अधिकारी आरएन सवानी को दिल्ली और मुंबई पुलिस की जांच की समीक्षा करके क्रिकेट बोर्ड को रिपोर्ट देने के लिये कहा था।
सवानी वर्ष 2000 की मैच फिक्सिंग की जांच में शामिल थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जांच में दिल्ली पुलिस द्वारा तीन खिलाड़ियों पर लगाये गये आरोपों की जांच करनी था। इसके अलावा उसे उन तीन मैचों की जांच भी करनी था जिनका ज़िक्र दिल्ली पुलिस ने किया है।
बीसीसीआई की एक सदस्यीय जांच टीम ने हालांकि तीनों खिलाड़ियों से बात नहीं की। श्रीसंत और अजय चंदीला न्यायिक हिरासत में थे जबकि अंकित चव्हाण शादी के कारण जमानत पर थे। बीसीसीआई ने सवानी को जांच पूरी करने के लिये 15 दिन का समय दिया था। सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस ने मामले से जुड़ी की कुछ बुनियादी बातें बतायीं।
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