नई दिल्ली:
आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने गुरुवार को कहा कि जब तक पुलिस अपनी जांच पूरी नहीं कर लेती तब तक लोगों को इस ‘निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना’ चाहिए कि बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन का दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन कथित रूप से मौजूदा स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में शामिल था।
शुक्ला से जब पूछा गया कि क्या श्रीनिवासन को इस प्रकरण के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हट जाना चाहिए तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मुंबई और दिल्ली पुलिस में सक्षम अधिकारी हैं, किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उन्हें अपनी जांच पूरी कर लेने देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप जांच पूरी होने से पहले किसी को दोषी कैसे करार कर सकते हो? पुलिस को अपनी रिपोर्ट सौंप देने दीजिए जिसके बाद हम इसके बारे में और सही बात करने की हालत में होंगे।’’
बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी इस पूरे प्रकरण में मय्यप्पन की कथित भूमिका के संबंध में रक्षात्मक हो गए हैं। बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने भी इसी लहजे में बात करते हुए कहा कि जो भी दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
ठाकुर ने कहा, ‘‘बीसीसीआई ने प्रकरण के पहले दिन ही कदम उठा लिया था और तीन खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया था। हम दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों की पुलिस की पूरी जांच का इंतजार कर रहे हैं, इसके बाद ही हम कोई फैसला कर पायेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इंतजार करना चाहिए, हमें पुलिस विभाग पर पूरा भरोसा है। जांच पूरी होने दीजिये। मैं बीसीसीआई की ओर से आपको आश्वस्त करता हूं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।’’
ठाकुर ने कहा, ‘‘हमें कुछ नहीं पता कि इसमें और कौन लोग शामिल हैं। दिल्ली पुलिस को अपनी जांच पूरी करने दीजिये। हमें पूर्वानुमान नहीं लगाना चाहिए।’’
शुक्ला से जब पूछा गया कि क्या श्रीनिवासन को इस प्रकरण के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हट जाना चाहिए तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मुंबई और दिल्ली पुलिस में सक्षम अधिकारी हैं, किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उन्हें अपनी जांच पूरी कर लेने देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप जांच पूरी होने से पहले किसी को दोषी कैसे करार कर सकते हो? पुलिस को अपनी रिपोर्ट सौंप देने दीजिए जिसके बाद हम इसके बारे में और सही बात करने की हालत में होंगे।’’
बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी इस पूरे प्रकरण में मय्यप्पन की कथित भूमिका के संबंध में रक्षात्मक हो गए हैं। बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने भी इसी लहजे में बात करते हुए कहा कि जो भी दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
ठाकुर ने कहा, ‘‘बीसीसीआई ने प्रकरण के पहले दिन ही कदम उठा लिया था और तीन खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया था। हम दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों की पुलिस की पूरी जांच का इंतजार कर रहे हैं, इसके बाद ही हम कोई फैसला कर पायेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इंतजार करना चाहिए, हमें पुलिस विभाग पर पूरा भरोसा है। जांच पूरी होने दीजिये। मैं बीसीसीआई की ओर से आपको आश्वस्त करता हूं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।’’
ठाकुर ने कहा, ‘‘हमें कुछ नहीं पता कि इसमें और कौन लोग शामिल हैं। दिल्ली पुलिस को अपनी जांच पूरी करने दीजिये। हमें पूर्वानुमान नहीं लगाना चाहिए।’’
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