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This Article is From Apr 17, 2020

विराट कोहली और इरफान पठान के साथ मेरी प्रतिद्वंद्विता उस तरह की थी कि...आफरीदी "दिल से"

आफरीदी (Shahid Afridi) ने खुलासा करते हुए बताया कि सचिन ने अपना पसंदीदा बल्ला वकार यूनुस को दिया था और एक मदद मांगी थी, लेकिन बल्ले को सियालकोट ले जाने से पहले वकार ने इस मुझे दे दिया. मेरे बल्लेबाजी करने जाने से पहले वकार ने इस मुझे दिया.

विराट कोहली और इरफान पठान के साथ मेरी प्रतिद्वंद्विता उस तरह की थी कि...आफरीदी "दिल से"
शाहिद आफरीदी
नई दिल्ली:

पूरा वर्ल्ड क्रिकेट जगत जानता है कि शाहिद आफरीदी (Shahid Afridi) और कुछ भारतीय खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उनके कैसे खट्टे-मीठे रिश्ते रहे हैं. जब-जब भारत व पाकिस्तान मुकाबले हुए, तब-तब आफरीदी और भारतीय खिलाड़ियों के बीच तनातनी देखने को मिली. शाहिद आफरीदी (Shahid Afridi) ने एक बार इन लम्हों को याद करते हुए कहा कि अब जबकि हर जगह राजनीति का प्रवेश हो चुका है, तो हालिया सालों में समीकरण काफी ज्यादा बदल गए हैं. भारतीय खिलाड़ियों को लेकर अब आफरीदी की मिश्रित राय है. आफरीदी (Shahid Afridi) ने हाल ही में पाकिस्तानी वेबसाइट के लिए लेख में कई मुद्दों पर रोशनी डाली. इसमें आफरीदी ने विराट कोहली और इरफान पठान के साथ अपनी प्रतिद्वंद्विता के बारे में भी 'दिल से' लिखा है. अब यह तो आप जानते ही हैं कि जब बात भारत या भारतीय खिलाड़ियों से जुड़ी होती है, तो आफरीदी कितना 'दिल से' बोलते हैं. 

आफरीदी ने कहा कि उनके शुरुआती करियर के दौरान भारतीय टीम में एकमात्र सही बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर थे. हालांकि, उसके बाद राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे बल्लेबाज भी टीम इंडिया का हिस्सा बन गए. आफरीदी ने उस घटना को भी याद किया कि कैसे उन्होंने साल 1996 में सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 37 गेंदों में शतक जड़ डाला था. हालांकि आफरीदी को यह बल्ला वकार यूनुस से मिला था. और इसके लिए आफरीदी बाद में सचिन को धन्यवाद कहना नहीं भूले.

आफरीदी ने खुलासा करते हुए बताया कि सचिन ने अपना पसंदीदा बल्ला वकार यूनुस को दिया था और एक मदद मांगी थी, लेकिन बल्ले को सियालकोट ले जाने से पहले वकार ने इस मुझे दे दिया. मेरे बल्लेबाजी करने जाने से पहले वकार ने इस मुझे दिया. ऐसे में संयोगवश नैरोबी में मेरा पहला शतक सचिन तेंदुलकर के बल्ले से निकला.

वहीं, गंभीर के बारे में एक बार फिर से सख्त शब्दों का इस्तेमाल करते हुए आफरीदी ने कहा कि गंभीर में बहुत ही ज्यादा एटीट्यूड समस्या थी. उनका कोई व्यक्तित्व नहीं था. गंभीर का कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं था, लेकिन एटीट्यूड उनमें बहुत था. वहीं, आफरीदी ने वीरेंद्र सहवाग की सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को लेकर किए गए ट्वीट्स की भी आलोचना की. आफरीदी ने कहा कि आप सहवाग को देखो. उनके ट्विटर पर पाकिस्तान के बारे में नकारात्मक बयानों को दखो. क्या यह एक जिम्मेदाराना  बर्ताव है?

आफरीदी ने उस समय को भी याद किया, जब उन्होंने मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई वाली टीम को डिनर के लिए आमंत्रित किया और साथ में पार्टी की. विराट के साथ प्रतिद्वंद्विता को लेकर आफरीदी बोले कि जब बतौर लेग स्पिनर उनका करियर चरम पर था, तो विराट चरम की ओर बढ़ रहे थे.

VIDEO:  कुछ दिन पहले विराट ने करियर को लेकर बड़ी बात कही थी. 

इरफान पठान के साथ खुद की प्रतिद्वंद्विता पर आफरीदी ने लिखा कि मेरे अच्छे दिनों में इरफान पठान के साथ प्रतिद्वंद्विता सहज बात थी. मैदान पर केवल एक ही पठान हो सकता है. ठीक वैसे जैसे जंगल में एक ही शेर होता है. 

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