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This Article is From Feb 21, 2024

"डॉलर का रेट 40 की जगह 70 होता तो...", 2008 IPL ऑक्शन में  मार्की प्लेयर न बनने की वजह का धोनी ने किया खुलासा

MS Dhoni on IPL Auction: धोनी (MS Dhoni)  आईपीएल 2008 के ऑक्शन (IPL Auction)  में सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी बने थे. वहीं, उस ऑक्शन में धोनी ने खुद को मार्की खिलाड़ी के तौर पर पेश नहीं किया था. ऐसे में धोनी ने अपने उस फैसले को लेकर खुलासा किया है. 

"डॉलर का रेट 40 की जगह 70 होता तो...", 2008 IPL ऑक्शन में  मार्की प्लेयर न बनने की वजह का धोनी ने किया खुलासा
MS Dhoni on IPL Auction:

MS Dhoni: IPL 2024 का आगाज 22 मार्च से होने की उम्मीद की जा रही है. आईपीएल (IPL) के अध्यक्ष अरुण धूमल ने यह जानकारी दी है. बता दें कि लोकसभा चुनावों के बावजूद इसका आयोजन पूरी तरह से देश में ही होगा. वहीं अब जब आईपीएल के नए सीजन को लेकर बातें शुरू हो गई है तो स्टार स्पोर्ट्स पर धोनी का एक खास वीडियो शेयर किया गया है जिसमें खुद माही 2008 केआईपीएल ऑक्शन को याद कर रहे हैं. धोनी (MS Dhoni)  आईपीएल 2008 के ऑक्शन (IPL Auction)  में सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी बने थे. वहीं, उस ऑक्शन में धोनी ने खुद को मार्की खिलाड़ी के तौर पर पेश नहीं किया था. ऐसे में धोनी ने अपने उस फैसले को लेकर खुलासा किया है. 

स्टार्स स्पोर्ट्स के सोशल मीडिया पर जारी वीडिो में धोनी ने आईपीएल 2008 के ऑक्शन को लेकर की बात की और कहा,  "जब मार्की प्लेयर का ऐलान हुआ था उससे पहले मुझे भी मार्की प्लेयर बनने के लिए  अप्रोच किया गया था. मुझे कहा गया था कि क्या आप इस फ्रेंचाइजी के लिए मार्की प्लेयर बनना चाहोगे. मुझे उस समय काफी जल्दी अपना फैसला लेना था. तब मैंने मन में सोचा कि, दरअसल, मैं उस समय टी-20 टीम का कप्तान था जिसने साउथ अफ्रीका में भारत को पहली बार टी-20 का खिताब दिलाया था. तो मुझे पूरा यकीन था कि `1 मिलियन डॉलर तो ऑक्शन में कहीं नहीं गए. तब मैंने रिस्क लेने का फैसला किया और ऑक्शन में जाने का फैसला किया था. "

इसके अलावा धोनी ने आगे कहा, " अगर तीन फ्रेंचाइजी जिनके पास मार्की प्लेयर नहीं हैं, ऐसे में अगर तीन में से दो फ्रेंचाइजी मेरे में दिलचस्पी दिखाती है और उसके साथ-साथ बाकी के जो फ्रेंचाइजी हैं तो वो ऑक्शन में आप पर ज्यादा बोली लगा सकती है. लेकिन अगर आप एक मार्की प्लेयर बनते हो, कहीं न कहीं जो फ्रेंचाइजी है उसके दिमाग में ये बात जरूर आती है कि अगर मैं एक प्लेयर को इतने डॉलर में खरीद रहा हूं तो मुझे मार्की प्लेयर को उससे 10 से 15 फीसदी ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे. उस सोच के हिसाब से मैंने सोचा कि मुझे ऑक्शन में जाना चाहिए. "

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एम एस धोनी ने आगे कहा, "अगर तीन फ्रेंचाइजी जिसके पास मार्की प्लेयर नहीं है, वो मुझे अपनी टीम में शामिल करने के लिए बोली लगाएंगे. जिससे मुझे ज्यादा पैसे मिल सकते हैं. वहीं, जब ऑक्शन हुआ और सीएसके ने मुझे खरीदा तो उस समय मुझे 1.5 मिलियन मिले थे. तो मेरी जो सोच थी इसके पीछे जो उस समय मेरे लिए वर्क किया था. अब जब मैं उन बातों को सोचता हूं तो अगर उस समय डॉलर का रेट 40 की जगह 70 होता तो मैं बहुत ज्यादा पैसे कमा सकता था. 

 साल 2008 के ऑक्शन की बात की जाए तो चेन्नई सुपरकिंग्स ने एमएस धोनी पर 1.50 मिलियन डॉलर की बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया था. ऑक्शन के शुरुआत में धोनी को खरीदने के लिए टीमों के बीच काफी मुकाबला था. आखिर में  आखिर में चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच मुकाबला हुआ. मुंबई इंडियंस ऑक्शन में धोनी को खरीदने के लिए 1.40 मिलियन डॉलर तक गई थी लेकिन सीएसके ने 1.50 मिलियन डॉलर की बोली लगाकर धोनी को अपनी टीम में शामिल कर लिया था. धोनी आईपीएल इतिहास में सीएसके को 5 बार खिताब दिला चुके हैं. 

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