केर के मोहम्मद अजहरुद्दीन विकेटकीपर बल्लेबाज हैं...
नई दिल्ली:
आपने सचिन तेंदुलकर के हमनाम खिलाड़ी केरल के सचिन बेबी को आईपीएल में खेलते हुए देखा होगा. उन्होंने कुछ शानदार पारियां भी खेली हैं और खुद सचिन ने उनकी सराहना भी की है. सचिन की तरह ही अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कलाई के जादूगर मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी हमनाम खिलाड़ी आ गया है, जो सचिन बेबी की ही तरह केरल से खेलता है. इस बल्लेबाज ने इस सीजन के अपने दूसरे ही रणजी मैच में छाप छोड़ दी है. उसके नाम के पीछे भी एक कहानी है. वैसे तो वह विकेटकीपर है, लेकिन बल्लेबाजी में वह कुछ शॉट्स भी 'अजहर' की ही तरह खेलता है. जी हां, हम अपने कलाई उस्ताद और टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान को अजहर नाम से ही जानते हैं. अब हम आपको अजहर के हमनाम खिलाड़ी से मिलवाने जा रहे हैं. साथ ही टीम इंडिया से खेल चुके केदार जाधव और बद्रीनाथ के रणजी में किए कमाल से भी परिचित करा रहे हैं...
आईपीएल स्टार सचिन, सैमसन सस्ते में लौटे, 'अजहर' हिट...
सबसे पहले बात मो. अजहरुद्दीन के उस प्रदर्शन की, जिसके कारण वह चर्चा में आए हैं. गुवाहाटी में खेले जा रहे केरल और आंध्रप्रदेश के रणजी ट्रॉफी ग्रुप-सी मैच में जब आंध्र ने टॉस जीतकर केरल को बल्लेबाजी थमाई, तो उसे उम्मीद नहीं थी कि उसके कप्तान रोहन प्रेम को छोड़कर सचिन बेबी और संजू सैमसन जैसे स्टार खिलाड़ी यूं ही हथियार डाल देंगे. सचिन बेबी और संजू सैमसन के पास तो आईपीएल और लिस्ट-ए मैचों का भी अनुभव था, लेकिन वह काम नहीं आया. देखते ही देखते केरल के 36 पर ही 4 विकेट गिर गए.
4 विकेट जल्दी गिरने के बाद मैदान पर आए मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कप्तान रोहन प्रेम का बखूबी साथ निभाया. बल्कि यूं कहें कि उन्होंने कमान अपने हाथ में ले ली. पहले उन्होंने कप्तान के साथ पांचवें विकेट के लिए 71 रन जोड़े, फिर छठे विकेट के लिए आईपीएल स्टार इकबाल अबदुल्ला के साथ 48 और सातवें विकेट के लिए 24 रन की साझेदारी करके टीम को कुछ हद तक संकट से उबारा. मो. अजहरुद्दीन ने बिल्कुल अजहर की ही तरह कलात्मक बल्लेबाजी करते हुए 201 गेंदों का सामना किया और 12 चौकों के साथ 82 रन बनाए. अंत में उन्हें तेज गेंदबाज विजय कुमार ने अश्विन हेब्बार के हाथों कैच करा दिया.
ऐसे नाम रखा अजहरुद्दीन
केरल के मोहम्मद अजहरुद्दीन का जन्म 22 मार्च, 1994 को हुआ था. उनके माता-पिता उनका नाम कुछ और रखना चाहते थे, लेकिन उनके बड़े भाई कमरुद्दीन को यह नाम पसंद नहीं आया, क्योंकि वह कुछ और ही नाम रखना चाहते थे. कमरुद्दीन को क्रिकेट बहुत पसंद था और वह टीम इंडिया के कलात्मक बल्लेबाज कलाई मास्टर मोहम्मद अजहरुद्दीन के बहुत बड़े फैन थे, इसलिए वह चाहते थे कि उनके छोटे भाई का नाम अजहर के नाम पर ही रखा जाए. इतना ही नहीं वह चाहते थे कि वह क्रिकेटर भी बनें. फिर क्या था घर वालों ने उनका इच्छा का सम्मान करते हुए अपने छोटे बेटे का नाम मोहम्मद अजहरुद्दीन रख दिया. उन दिनों सीनियर अजहर न्यूजीलैंड में खेल रहे थे और उनके नाम के बड़े चर्चे थे.
गोवा के खिलाफ पिछले सप्ताह ही खेले गए रणजी मुकाबले से पहले अजहरुद्दीन को केरल की रणजी टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने दूसरी पारी में 64 रन की छोटी पारी खेलकर छाप छोड़ी थी. हालांकि फर्स्ट क्लास डेब्यू उन्होंने 2015 में गोवा के खिलाफ ही किया था और 31 रन बनाए थे. इससे पहले वह अंडर-19 और अंडर-23 टीमों में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींच चुके थे. रणजी टीम में चयन से पहले सीके नायडू ट्रॉफी में उनकी दो पारियों ने काफी प्रभावित किया. एक पारी उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ 156 रन (15 चौके, 8 छक्के) की और दूसरी विदर्भ के खिलाफ 63 रनों की खेली थी.
केदार जाधव ने जड़ा शतक
चेन्नई में महाराष्ट्र और असम के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच में टीम इंडिया के वनडे स्क्वाड का हिस्सा रह चुके केदार जाधव ने बेहतरीन शतक जड़ा है. उनके शतक से महाराष्ट्र ने पहले दिन 5 विकेट पर 352 रन बना लिए.
जाधव ने 106 गेंद में 15 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 115 रन की तेजतर्रार पारी खेली. दूसरे बल्लेबाज शेख 3 रन से शतक चूक गए. उन्होंने 163 गेंद में 12 चौकों की मदद से 97 रन बनाए. तीसरे विकेट के लिए इन दोनों ने 183 रन जोड़कर महाराष्ट्र को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
बद्रीनाथ ने भी ठोका सैकड़ा
वलसाड में खेले जा रहे हैदराबाद और छत्तीसगढ़ के मैच में हैदराबाद के कप्तान एस बद्रीनाथ ने सैकड़ा ठोका. उनके शतक से हैदराबाद ने पहले दिन 4 विकेट पर 267 रन बना लिए. बद्रीनाथ ने 134 रन तो ओपनर तन्मय अग्रवाल ने 39 रन की पारी के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 120 रन जोड़े. बद्रीनाथ के करियर का 32वां प्रथम श्रेणी शतक रहा.
आईपीएल स्टार सचिन, सैमसन सस्ते में लौटे, 'अजहर' हिट...
सबसे पहले बात मो. अजहरुद्दीन के उस प्रदर्शन की, जिसके कारण वह चर्चा में आए हैं. गुवाहाटी में खेले जा रहे केरल और आंध्रप्रदेश के रणजी ट्रॉफी ग्रुप-सी मैच में जब आंध्र ने टॉस जीतकर केरल को बल्लेबाजी थमाई, तो उसे उम्मीद नहीं थी कि उसके कप्तान रोहन प्रेम को छोड़कर सचिन बेबी और संजू सैमसन जैसे स्टार खिलाड़ी यूं ही हथियार डाल देंगे. सचिन बेबी और संजू सैमसन के पास तो आईपीएल और लिस्ट-ए मैचों का भी अनुभव था, लेकिन वह काम नहीं आया. देखते ही देखते केरल के 36 पर ही 4 विकेट गिर गए.
4 विकेट जल्दी गिरने के बाद मैदान पर आए मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कप्तान रोहन प्रेम का बखूबी साथ निभाया. बल्कि यूं कहें कि उन्होंने कमान अपने हाथ में ले ली. पहले उन्होंने कप्तान के साथ पांचवें विकेट के लिए 71 रन जोड़े, फिर छठे विकेट के लिए आईपीएल स्टार इकबाल अबदुल्ला के साथ 48 और सातवें विकेट के लिए 24 रन की साझेदारी करके टीम को कुछ हद तक संकट से उबारा. मो. अजहरुद्दीन ने बिल्कुल अजहर की ही तरह कलात्मक बल्लेबाजी करते हुए 201 गेंदों का सामना किया और 12 चौकों के साथ 82 रन बनाए. अंत में उन्हें तेज गेंदबाज विजय कुमार ने अश्विन हेब्बार के हाथों कैच करा दिया.
ऐसे नाम रखा अजहरुद्दीन
केरल के मोहम्मद अजहरुद्दीन का जन्म 22 मार्च, 1994 को हुआ था. उनके माता-पिता उनका नाम कुछ और रखना चाहते थे, लेकिन उनके बड़े भाई कमरुद्दीन को यह नाम पसंद नहीं आया, क्योंकि वह कुछ और ही नाम रखना चाहते थे. कमरुद्दीन को क्रिकेट बहुत पसंद था और वह टीम इंडिया के कलात्मक बल्लेबाज कलाई मास्टर मोहम्मद अजहरुद्दीन के बहुत बड़े फैन थे, इसलिए वह चाहते थे कि उनके छोटे भाई का नाम अजहर के नाम पर ही रखा जाए. इतना ही नहीं वह चाहते थे कि वह क्रिकेटर भी बनें. फिर क्या था घर वालों ने उनका इच्छा का सम्मान करते हुए अपने छोटे बेटे का नाम मोहम्मद अजहरुद्दीन रख दिया. उन दिनों सीनियर अजहर न्यूजीलैंड में खेल रहे थे और उनके नाम के बड़े चर्चे थे.
गोवा के खिलाफ पिछले सप्ताह ही खेले गए रणजी मुकाबले से पहले अजहरुद्दीन को केरल की रणजी टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने दूसरी पारी में 64 रन की छोटी पारी खेलकर छाप छोड़ी थी. हालांकि फर्स्ट क्लास डेब्यू उन्होंने 2015 में गोवा के खिलाफ ही किया था और 31 रन बनाए थे. इससे पहले वह अंडर-19 और अंडर-23 टीमों में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींच चुके थे. रणजी टीम में चयन से पहले सीके नायडू ट्रॉफी में उनकी दो पारियों ने काफी प्रभावित किया. एक पारी उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ 156 रन (15 चौके, 8 छक्के) की और दूसरी विदर्भ के खिलाफ 63 रनों की खेली थी.
केदार जाधव ने जड़ा शतक
चेन्नई में महाराष्ट्र और असम के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच में टीम इंडिया के वनडे स्क्वाड का हिस्सा रह चुके केदार जाधव ने बेहतरीन शतक जड़ा है. उनके शतक से महाराष्ट्र ने पहले दिन 5 विकेट पर 352 रन बना लिए.
जाधव ने 106 गेंद में 15 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 115 रन की तेजतर्रार पारी खेली. दूसरे बल्लेबाज शेख 3 रन से शतक चूक गए. उन्होंने 163 गेंद में 12 चौकों की मदद से 97 रन बनाए. तीसरे विकेट के लिए इन दोनों ने 183 रन जोड़कर महाराष्ट्र को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
बद्रीनाथ ने भी ठोका सैकड़ा
वलसाड में खेले जा रहे हैदराबाद और छत्तीसगढ़ के मैच में हैदराबाद के कप्तान एस बद्रीनाथ ने सैकड़ा ठोका. उनके शतक से हैदराबाद ने पहले दिन 4 विकेट पर 267 रन बना लिए. बद्रीनाथ ने 134 रन तो ओपनर तन्मय अग्रवाल ने 39 रन की पारी के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 120 रन जोड़े. बद्रीनाथ के करियर का 32वां प्रथम श्रेणी शतक रहा.
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