"हम इस सोच के साथ उतरे थे कि हम युद्ध में है, और आज हमें नहीं मरना है..." भारत के खिलाफ टेस्ट मैच के बाद यह कहना था रोस्टन चेस का, जिन्हें भले ही इस मैच से बहुत कम लोग जानते रहे, लेकिन किंग्सटन के मैदान पर अपनी टीम वेस्ट इंडीज़ के लिए 'किंग' साबित होकर उन्होंने अपनी नई पहचान गढ़ दी है... चेस ने वह कारनामा कर दिखाया है, जो आज से 50 साल पहले वेस्ट इंडीज़ के शानदार ऑलराउंडर सर गैरी सोबर्स ने किया था... जी हां, यह कारनामा है, किसी एक मैच में शतक ठोकने के साथ-साथ पांच विकेट हासिल करना... और सोने पर सुहागा यह रहा कि चेस के इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत निश्चित हार की तरफ बढ़ रही मेजबान टीम आखिरी दिन टीम इंडिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने में कामयाब रही...
किंग्सटन के सबीना पार्क मैदान पर टीम इंडिया के लिए पांचवें दिन सब कुछ ठीक नहीं रहा. जब पूरी तरह उम्मीद की जा रही थी कि टीम इंडिया, मेजबान टीम के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच को भी आसानी से जीत जाएगी, तब चेस ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया... यूं तो बारिश भी टीम इंडिया की राह में कुछ देर रोड़ा बनती दिखी, और चौथे दिन का खेल पूरा नहीं हो पाया, जो मेहमान टीम के गेमप्लान में रुकावट रहा... लेकिन टीम इंडिया के ख्वाबों की असली रुकावट रहे वेस्ट इंडीज़ के बल्लेबाज... पिछले कुछ दिनों से वेस्ट इंडीज़ की बल्लेबाजी को लेकर जो सवाल खड़े किए जा रहे थे, उनका जवाब चेस और दूसरे खिलाड़ियों ने अपने बल्ले से सही समय पर दिया...
पहले टेस्ट में बुरी तरह हार जाना और दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भी सिर्फ 196 रन पर ऑल आउट हो जाना टीम के लिए ही नहीं, वेस्ट इंडीज़ बोर्ड के लिए भी चिंता का विषय बन रहा था... टीम में सीनियर खिलाड़ियों की कमी खलने लगी थी, लेकिन अब चेस ने उस कमी को पूरा कर दिया, और वेस्ट इंडीज़ को निश्चित हार से बचा दिया...
पहली पारी में 304 रन से पिछड़ने के बाद जब वेस्ट इंडीज़ ने दूसरी पारी में खेलना शुरू किया, तब भी वे सिर्फ 48 रन पर चार विकेट गंवाकर निश्चित हार की तरफ बढ़ते नज़र आ रहे थे... लेकिन उसी वक्त वेस्ट इंडीज़ के युवाओं ने वीरोचित प्रदर्शन किया, और आखिरी दिन अपने गेमप्लान में कामयाब होकर दिखाया...
वेस्ट इंडीज़ के बल्लेबाज़ों ने टीम इंडिया के गेंदबाज़ों को अपने ऊपर हावी होने नहीं दिया, शुरुआत से ही तेज़ खेलना शुरू किया, और सफल भी हुए... ब्लैकवुड और चेस ने मैदान के चारों तरफ शानदार शॉट खेलते हुए पांच से भी ज्यादा रन रेट के हिसाब से रन बटोरने शुरू कर दिए... ब्लैकवुड और चेस के बीच 93 रन की साझेदारी हुई, जिसमें ब्लैकवुड ने सिर्फ 54 गेंदों का सामना करते हुए 63 रन बनाए... इसके बाद शेन दौरिच ने भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए चेस का साथ दिया, और दोनों के बीच 144 रन की साझेदारी हुई... दौरिच के 74 रन बनाकर आउट हो जाने के बाद कप्तान जेसन होल्डर ने कप्तानी पारी खेली और चेस के साथ 103 रन की साझेदारी निभाई... जब मैच खत्म हुआ, चेस 137 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और होल्डर 64 पर...
रोस्टन चेस की बल्लेबाजी की जितनी तारीफ की जाए, कम है... सीरीज़ से पहले अंतरराष्ट्रीय मैचों में चेस का अनुभव शून्य था, लेकिन घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया के खिलाफ सीरीज़ के लिए उनका चयन किया गया... टीम इंडिया के खिलाफ पिछले मैच में टेस्ट डेब्यू करने वाले चेस के करियर का यह दूसरा ही टेस्ट मैच (अंतरराष्ट्रीय मैच भी) था, जिसमें उन्होंने सर गैरी सोबर्स की बराबरी कर डाली... शतक ठोका और पांच विकेट भी हासिल किए... वैसे, घरेलू स्तर पर पिछले सत्र में चेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 मैचों में करीब 59 की औसत से 710 रन बनाए थे और 23 विकेट लेने में भी कामयाब हुए थे... चेस ने अब तक कुल 31 घरेलू मैच खेले हैं, जिनमें वह करीब 44 की औसत से 1,850 रन बना चुके है और 44 विकेट चटका चुके हैं...
किंग्सटन के सबीना पार्क मैदान पर टीम इंडिया के लिए पांचवें दिन सब कुछ ठीक नहीं रहा. जब पूरी तरह उम्मीद की जा रही थी कि टीम इंडिया, मेजबान टीम के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच को भी आसानी से जीत जाएगी, तब चेस ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया... यूं तो बारिश भी टीम इंडिया की राह में कुछ देर रोड़ा बनती दिखी, और चौथे दिन का खेल पूरा नहीं हो पाया, जो मेहमान टीम के गेमप्लान में रुकावट रहा... लेकिन टीम इंडिया के ख्वाबों की असली रुकावट रहे वेस्ट इंडीज़ के बल्लेबाज... पिछले कुछ दिनों से वेस्ट इंडीज़ की बल्लेबाजी को लेकर जो सवाल खड़े किए जा रहे थे, उनका जवाब चेस और दूसरे खिलाड़ियों ने अपने बल्ले से सही समय पर दिया...
पहले टेस्ट में बुरी तरह हार जाना और दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में भी सिर्फ 196 रन पर ऑल आउट हो जाना टीम के लिए ही नहीं, वेस्ट इंडीज़ बोर्ड के लिए भी चिंता का विषय बन रहा था... टीम में सीनियर खिलाड़ियों की कमी खलने लगी थी, लेकिन अब चेस ने उस कमी को पूरा कर दिया, और वेस्ट इंडीज़ को निश्चित हार से बचा दिया...
पहली पारी में 304 रन से पिछड़ने के बाद जब वेस्ट इंडीज़ ने दूसरी पारी में खेलना शुरू किया, तब भी वे सिर्फ 48 रन पर चार विकेट गंवाकर निश्चित हार की तरफ बढ़ते नज़र आ रहे थे... लेकिन उसी वक्त वेस्ट इंडीज़ के युवाओं ने वीरोचित प्रदर्शन किया, और आखिरी दिन अपने गेमप्लान में कामयाब होकर दिखाया...
वेस्ट इंडीज़ के बल्लेबाज़ों ने टीम इंडिया के गेंदबाज़ों को अपने ऊपर हावी होने नहीं दिया, शुरुआत से ही तेज़ खेलना शुरू किया, और सफल भी हुए... ब्लैकवुड और चेस ने मैदान के चारों तरफ शानदार शॉट खेलते हुए पांच से भी ज्यादा रन रेट के हिसाब से रन बटोरने शुरू कर दिए... ब्लैकवुड और चेस के बीच 93 रन की साझेदारी हुई, जिसमें ब्लैकवुड ने सिर्फ 54 गेंदों का सामना करते हुए 63 रन बनाए... इसके बाद शेन दौरिच ने भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए चेस का साथ दिया, और दोनों के बीच 144 रन की साझेदारी हुई... दौरिच के 74 रन बनाकर आउट हो जाने के बाद कप्तान जेसन होल्डर ने कप्तानी पारी खेली और चेस के साथ 103 रन की साझेदारी निभाई... जब मैच खत्म हुआ, चेस 137 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और होल्डर 64 पर...
रोस्टन चेस की बल्लेबाजी की जितनी तारीफ की जाए, कम है... सीरीज़ से पहले अंतरराष्ट्रीय मैचों में चेस का अनुभव शून्य था, लेकिन घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया के खिलाफ सीरीज़ के लिए उनका चयन किया गया... टीम इंडिया के खिलाफ पिछले मैच में टेस्ट डेब्यू करने वाले चेस के करियर का यह दूसरा ही टेस्ट मैच (अंतरराष्ट्रीय मैच भी) था, जिसमें उन्होंने सर गैरी सोबर्स की बराबरी कर डाली... शतक ठोका और पांच विकेट भी हासिल किए... वैसे, घरेलू स्तर पर पिछले सत्र में चेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 मैचों में करीब 59 की औसत से 710 रन बनाए थे और 23 विकेट लेने में भी कामयाब हुए थे... चेस ने अब तक कुल 31 घरेलू मैच खेले हैं, जिनमें वह करीब 44 की औसत से 1,850 रन बना चुके है और 44 विकेट चटका चुके हैं...
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