
महान क्रिकेटर कपिल देव (Kapil Dev) को लगता है कि जिस दिन से भारत में बच्चों के माता-पिता खेलों पर अधिक जोर देना शुरू कर देंगे, उस दिन से देश में विभिन्न स्पर्धाओं में और अधिक चैम्पियन निकलने लगेंगे. कपिल ने कहा कि हालांकि भारत में बच्चों के माता-पिता की खेलों के प्रति मानसिकता पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बदली है लेकिन इतना ही काफी नहीं है. इस महान क्रिकेटर ने यह टिप्पणी भारतीय पुरूष बैडमिंटन टीम की रविवार को मिली ऐतिहासिक थॉमस कप जीत के बाद की.
कपिल से जब पीटीआई ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय खेलों में आये बदलाव के बारे में पूछा जिससे देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन शानदार होता जा रहा है तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि (ऐसा) माता-पिता की वजह से है, बच्चों की वजह से नहीं. हमारे देश से काफी डॉक्टर, वैज्ञानिक और इंजीनियर निकलते हैं क्योंकि उनके माता-पिता उन्हें ये बनाना चाहते हैं. जिस दिन से माता-पिता अपने बच्चों से खिलाड़ी बनाने की चाहत करने लगेंगे, हमारे देश से भी हर खेल से चैम्पियन बनने शुरू हो जायेंगे.''
केन विलियमसन दूसरी बार बनने जा रहे हैं पिता, IPL छोड़ न्यूजीलैंड होंगे रवाना
कपिल न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास द्वारा देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर उपस्थित थे. इस मौके पर प्रवासी भारतीय और क्रिकेट प्रशंसक मौजूद थे. सर्वकालिक महान आल राउंडर में से एक कपिल ने इस संबंध में एक उदाहरण देते हुए कहा कि अगर उनकी बेटी को 10वीं कक्षा की परीक्षा देनी हो और साथ ही जूनियर भारतीय टीम के लिये खेलना हो तो वह उसे ‘पढ़ाई' करने के लिये कहेंगे.
भारतीय क्रिकेट टीम को 1983 विश्व कप में एतिहासिक खिताब दिलाने वाले कपिल ने कहा, ‘‘लेकिन अमेरिका या यूरोप या ऑस्ट्रेलिया में, माता-पिता कहेंगे कि इस साल (परीक्षा) रहने दो, देश के लिये जूनियर टीम में खेलो और अगले साल परीक्षा दे देना. हमारे देश में यही सोच अभी तक नहीं बदली है.'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यह सोच बदल रही है. इसलिये मैंने कहा कि हमारे समाज में बच्चों से ज्यादा माता-पिता अधिक महत्वपूर्ण हैं.''
ईशान किशन ने तोड़ी चुप्पी, कहा- बाहर जो लोग मुझसे चाहते हैं, उससे अलग होती है टीम की रणनीति
अपने बचपन की याद करते हुए कपिल ने कहा कि वह अपने खेल (क्रिकेट) की किट अपने स्कूल बैग में छुपा दिया करते थे और बाहर जाकर खेलते थे लेकिन अब इसमें तेजी से बदलाव हुआ है जिससे माता-पिता अपने बच्चों को खेलों में हिस्सा लेने के लिये प्रोत्साहित करते हैं. कपिल ने कहा, ‘‘आज मुझे यह देखकर फक्र होता है कि माता-पिता अपने बच्चों को खेलने के लिये लेकर आ रहे हैं.''
IPL से जुड़ी Latest Updates के लिए अभी NDTV Sports Hindi को सब्सक्राइब करें. Click to Subscribe
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं