विराट कोहली, एलेस्टर कुक और हसीब हमीद ने खास उपलब्धियां हासिल कीं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
न्यूजीलैड के खिलाफ क्लीन स्वीप करने वाली टीम इंडिया को बांग्लादेश से सीरीज में ड्रॉ खेलकर आने वाली इंग्लैंड के खिलाफ चढ़कर खेलने की उम्मीद थी, लेकिन इंग्लैंड ने पहले ही दिन जिस तरह का खेल दिखाया, उससे भारतीय उम्मीदों को बड़ा झटका लगा. हालांकि टीम इंडिया ने भी इंग्लैंड को भरपूर जवाब दिया और उसकी ओर से पहली पारी में लगे 3 शतकों के जवाब में 2 शतक जड़े. इस मैच में एलिस्टर कुक, मोईन अली, बेन स्टोक्स, जो रूट, चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय, आर अश्विन ने बल्ले से कमाल किया. इस दौरान सभी ने कुछ नए रिकॉर्ड और उपलब्धियां अपने नाम कीं. पुजारा-विजय ने साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया, तो कुक ने भारतीय धरती पर वर्तमान में खेल रहे विदेशी बल्लेबाजों के बीच सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. हां कप्तान विराट कोहली ने भी आउट होने के तरीके का ऐसा रिकॉर्ड बनाया, जिसे वह दोहराना नहीं चाहेंगे. हम आपको राजकोट टेस्ट के दौरान बने कुछ खास रिकॉर्डों के बारे में बताने जा रहे हैं...
- कोहली का हिटविकेट रिकॉर्ड- विराट कोहली ऐसे 20वें भारतीय बल्लेबाज बन गए, जो टेस्ट में हिटविकेट हुए हैं, वहीं इंग्लैंड के खिलाफ इस तरह आउट हुए पांचवें भारतीय हो गए. हालांकि सर्वाधिक बार हिटविकेट होने वाले भारतीयों के मामले में मोहिंदर अमरनाथ टॉप पर हैं, जो 3 बार हिटविकेट हुए थे (दो बार पाकिस्तान के खिलाफ, तो एक बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ). टीम इंडिया की ओर से कोहली से पहले वीवीएस लक्ष्मण 2002 में सेंट जोन्स में वेस्टइंडीज के साथ खेलते हुए हिटविकेट हुए थे.
- कोहली हिटविकेट होने वाले भारत के दूसरे कप्तान भी बन गए, उनसे पहले 1949 में लाला अमरनाथ वेस्टइंडीज के विरुद्ध चेन्नई टेस्ट में कप्तान के रूप में पहली बार हिटविकेट हुए थे. कोहली इंग्लैंड के खिलाफ क्रिकेट के दो फॉर्मेट (टेस्ट और वनडे) में हिटविकेट होने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने, जबकि इस मामले भारतीयों में ओवरऑल दूसरे बल्लेबाज हैं, क्योंकि उनसे पहले पूर्व विकटेकीपर नयन मोंगिया टेस्ट और वनडे दोनों में हिटविकेट हो चुके हैं.विराट कोहली पहली पारी में 40 रन पर हिटविकेट हो गए थे (फाइल फोटो)
- पुजारा-विजय की साझेदारी- टीम इंडिया की ओर से पहली पारी में मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने 209 रनों की साझेदारी निभाई. पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो यह जोड़ी भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाली जोड़ी बन गई है. दोनों ने 32 पारियों में 2081 रन बटोर लिए हैं. 2013 से अब तक टेस्ट क्रिकेट में इनसे ज्यादा रन सिर्फ यूनिस खान-मिस्बाह-उल-हक और डेविड वॉर्नर-क्रिस रॉजर्स की जोड़ी ने ही बनाए हैं.
- मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा की जोड़ी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया. इंग्लैंड के खिलाफ इनकी जोड़ी ने भारत की तरफ से दूसरे विकेट की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी निभाई. नंबर वन पर गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ का नाम है. इन दोनों ने मोहाली, 2008 में 314 रन जोड़े थे.
- भारतीय धरती पर शतकों का रिकॉर्ड- भारत में किसी टेस्ट की पहली दो पारियों में 5 या अधिक शतक लगने का यह 6वां मौका है. राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड की ओर से 4 और भारत की तरफ से 2 शतक लगे. भारत में आखिरी बार ऐसा 2009-10 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हुआ था, जब दक्षिण अफ्रीका की ओर से 2 और भारत की तरफ से 4 शतक लगाए गए थे. यदि एकल पारी में लगे शतकों की बात करें, तो टेस्ट क्रिकेट में अब तक दो मौके ऐसे आए हैं जब एक पारी में पांच बल्लेबाजों ने शतक जमाया है. ऑस्ट्रेलिया-वेस्टइंडीज के बीच वर्ष 1955 में किंगस्टन और पाकिस्तान-बांग्लादेश के बीच 2001 में मुल्तान में हुए टेस्ट में यह मौका आया था. इसके अलावा 18 मौकों पर एक पारी में चार बल्लेबाज शतक जमा चुके हैं.
- अश्विन-पुजारा का बल्ले से कमाल- रविचंद्रन अश्विन का गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन जारी है. उन्होंने इंग्लैंड के विरुद्ध अपना तीसरा और करियर का सातवां अर्धशतक लगाया. अश्विन इंग्लैंड के खिलाफ 5 बार और वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 बार 40 से ऊपर का स्कोर बना चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ 7 टेस्ट मैचों की 11 पारियों में अश्विन का बैटिंग में औसत 52.37 हो गया है. उन्होंने तीन फिफ्टी के साथ 419 रन बनाए हैं.
- चेतेश्वर पुजारा ने राजकोट में अपना नौवां शतक लगाया. इंग्लैंड के खिलाफ यह उनका तीसरा शतक था. पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ एक दोहरा शतक भी जड़ा है. विजय ने अपना सातवां शतक लगाया और इंग्लैंड के खिलाफ उनका यह दूसरा शतक था. पुजारा का इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर औसत 93.66 का है, लेकिन इंग्लैंड में यह औसत 22.20 का है.चेतेश्वर पुजारा ने करियर का नौवां शतक लगाया (फाइल फोटो)
- कुक का रिकॉर्ड- इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक ने भारत के खिलाफ राजकोट टेस्ट के पांचवें दिन पांचवां शतक जड़ा और भारतीय धरती पर टेस्ट में सबसे अधिक शतक लगाने वाले विदेशी बल्लेबाज बन गए. उनसे पहले दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड ने 4-4 शतक लगाए थे.
- राजकोट टेस्ट में कुक ने शतक (130 रन) लगाकर भारत में रन बनाने वाले वर्तमान विदेशी बल्लेबाजों में नंबर वन स्थान हासिल कर लिया है. उनके बल्ले से भारतीय धरती पर अब तक 1017 निकल चुके हैं. उनके बाद दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला हैं, जिन्होंने 941 रन बनाए हैं.
- कप्तान कुक ने पहले विकेट के लिए इंग्लैंड की ओर से भारत के खिलाफ भारतीय धरती पर हसीब हमीद के साथ चौथी शतकीय साझेदारी की, जिनमें से दो बार उन्होंने निक कॉम्पटन, तो एक-एक बार एंड्रयू स्ट्रॉस और हसीब हमीद के साथ ऐसा किया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन का रिकॉर्ड तोड़ा.
- इंग्लैंड का तीसरा बड़ा स्कोर- इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ भारतीय धरती पर टेस्ट इतिहास का तीसरा बड़ा स्कोर (537) बनाया है. भारतीय धरती पर उसका सबसे बड़ा स्कोर 7 विकेट पर 652 रन है, जो उसने 1984-85 में चेन्नई में बनाया था. दूसरा बड़ा स्कोर 8 विकेट पर 559 रहा, जो उसने 1963-64 में कानपुर में खड़ा किया था.
- टीम इंडिया भारतीय धरती पर 4 साल बाद टेस्ट में पहली पारी में किसी टीम से पीछे रही. गौरतलब है कि राजकोट में इंग्लैंड ने पहली पारी में 537 रन बनाए थे, जबकि टीम इंडिया 488 रन ही बना पाई. इससे पहले दिसंबर, 2012 में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को ही बढ़त का अवसर दिया था.
- हमीद का फिफ्टी और डेब्यू रिकॉर्ड - इंग्लैंड के युवा ओपनर हसीब हमीद उसकी ओर से दूसरे विश्व युद्ध के बाद से टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले सबसे युवा इंग्लिश बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने दूसरी पारी में भारत के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में ही 82 रन बनाए. हमीद से पहले यह रिकॉर्ड जैक क्रॉफोर्ड और डेनिस कॉम्पटन ने बनाया था.
- हसीब हमीद ने भारत के खिलाफ राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड की ओर से डेब्यू करते ही दो अनूठे रिकॉर्ड बना दिए. पहला वह 19 साल, 297 दिन की आयु में इंग्लैंड की ओर से डेब्यू करने वाले सबसे युवा ओपनर बन गए और उन्होंने लेन हटन का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 21 वर्ष 3 दिन की उम्र में टेस्ट पदार्पण किया था. दूसरा वह 1949 में 18 साल की उम्र में टेस्ट पदार्पण करने वाले ब्रायन क्लोज के बाद 67 साल की अवधि में ऐसे दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं, जिसने 20 साल से कम की उम्र में इंग्लैंड की टेस्ट कैप पहनी है. 1997 में बेन होलियोक को 19 साल की उम्र में यह अवसर मिला था.
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