क्लासेन ने सेंचुरियन टी20 में तूफानी अर्धशतक बनाया था
खास बातें
- अंपायरों की भावना, भारत का नुकसान!
- खिलाड़ियों को टस से मस नहीं होने दिया दोनों अंपायरों ने!
- यह अंपायरिंग प्रेरणादायक है!
नई दिल्ली: सेंचुरियन में आतिशी अर्धशतक बनाने वाले दक्षिण अफ्रीका के मैन ऑफ द मैच विकेटकीपर हेनरिच क्लासेन की विनम्रता कहें, या हकीकत, इस खिलाड़ी ने दूसरे टी-20 मुकाबले में अपनी टीम की जीत का श्रेय मैदानी अंपायरों को की वजह से जीत मिली. हेनरिच क्लासेन ने सिर्फ 30 गेंदों पर 69 रन की पारी खेली थी. इसमें उन्होंने 3 चौके और 7 छक्के जड़े थे. मैच के बाद अब क्लासेन ने कहा है कि ये अंपायर ही थे, जिन्होंने मैच में रोमांच पैदा कर दिया.
ध्यान दिला दें कि मैच को जीतने के लिए दक्षिण अफ्रीका को 189 रन बनाने थे. लेकिन जैसे ही दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज मैदान पर उतरे, ठीक वैसे ही बारिश शुरू हो गई. इस मतलब साफ था कि दोनों मेजबान ओपनरों को पहली गेंद से ही डकवर्थ लुईस नियम को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाजी करनी थी. और इन दोनों ने ठीक ऐसा किया भी. यह इनके अंदाज में तब झलका, जब जेपी डुमिनी ने खेली पहली ही गेंद पर चौका जड़ा, तो क्लासेन ने दूसरी ही गेंद पर छक्का जड़ डाला.
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खराब मौसम के चलते कभी भी मैदान छोड़ने के डर से ये दोनों अगले कुछ ओवरों तक डकवर्थ लुईस को ध्यान रखकर ही भारतीय गेंदबाजों पर बरसे. इसी बीच हलकी बारिश हुई थी, लेकिन यहां दोनों अंपायरों बोंगानी जेल और एलाहुडीन पालेकर ने बहुत ही अहम फैसला लिया.
छठे ओवर में बारिश रुकी, लेकिन थोड़ी देर बाद फिर से बारिश शुरू हो गई, लेकिन दोनों मैदानी अंपायरों ने गजब का रवैया दिखाया. और इसी रवैये ने क्लासेन का दिल जीत लिया. इस दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर ने कहा कि वास्तव में श्रेय अंपायरों को दिया जाना चाहिए. यह सही है कि इस दौरान कुछ मौकों पर बारिश बहुत ही तेज हुई, लेकिन अंपायर अपने फैसले से टस से मस नहीं हुए.
VIDEO: सेंचुरियन में शतक बनाने के बाद विराट कोहली. वासत्व में हुआ यह कि बारिश के दौरान दोनों अंपायरों ने टीम इंडिया और दोनों बल्लेबाजों को मैदान पर डटाए रखा. इन दोनों ने खेल को ठीक-ठाक बारिश के दौरान भी रोका नहीं. इस वजह से खेल लगातार जारी रहा. और क्लासेन और जेपी डुमिनी भारतीय गेंदबाजों पर हल्की बारिश में देदनादन वार करते रहे. नतीजा यह रहा कि दक्षिण अफ्रीका ने जीत की मजबूत बुनियाद खड़ी कर दी.