
- एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को भारत से 336 रनों से हार का सामना करना पड़.
- बेन स्टोक्स ने पिच की स्थिति को भारत के लिए अधिक अनुकूल बताया.
- भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाकर 180 रनों की बढ़त हासिल की.
- भारत ने एक मैच में 1000 रन बनाने और 20 विकेट लेने का उपलब्धि हासिल की.
Ben Stokes Statement on Edgbaston pitch: एजबेस्टन में दूसरे एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी टेस्ट में भारत के खिलाफ 336 रनों से बड़ी हार झेलने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया, पिच मेजबानों की तुलना में मेहमानों के लिए अधिक अनुकूल हो गई थी. बेन स्टोक्स ने आगे कहा कि पिच धीरे-धीरे सबकॉन्टिनेंट की पिच बनती चली गई. बता दें, इस मैच में कुल 1692 रन बने.
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहली पारी में 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. इसके जवाब में 4.50 से ज़्यादा रन रेट के साथ 407 रन बनाए. भारत ने पहली पारी के आधार पर 180 रनों की बढ़त हासिल की. भारत ने 6 विकेट के नुकसान पर 427 के स्कोर पर दूसरी पारी घोषित की और इंग्लैंड को जीत के लिए 608 रनों का लक्ष्य दिया. इंग्लैंड के पास मैच को ड्रा कराने का मौका था. आखिरी दिन उसके हाथ में 7 विकेट थे, लेकिन ओवरकास्ट कंडिशन में भारतीय गेंदबाजों के सामने उसने पूरी तरह से सरेंडर कर दिया और उसकी दूसरी पारी 271 पर सिमट गई.
'सबकॉन्टिनेंट की पिच'
वहीं मैच के बाद प्रेजेंटेशन के दौरान बेन स्टोक्स ने पिच पर सवाल उठाते हुए कहा,"यह एक कठिन मुकाबला था. 200/5 की स्थिति में आपको लगता है कि आप मजबूत हैं. लेकिन, जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, यह एक ऐसा विकेट बन गया जो हमारे बजाय भारत के लिए ज्यादा अनुकूल होता चला गया. निश्चित रूप से इसमें शुरुआत में थोड़ी मदद थी और मुझे लगता है कि हमने इसे बहुत अच्छी तरह से इसका फायदा उठाया."
स्टोक्स ने आगे कहा,"लेकिन जैसे-जैसे मैच बढ़ता गया, यह हमारे लिए एक कठिन चुनौती बन गया और जाहिर है कि भारतीय आक्रमण और जिन परिस्थितियों के वे आदी हैं, वे उन परिस्थितियों के आदी थे और जानते थे कि उन परिस्थितियों को हमसे थोड़ा बेहतर तरीके से जानते हैं कि इससे कैसे फायदा उठाना है. ऐसा कभी-कभी हो सकता है."
बेन स्टोक्स ने पहली पारी में भारतीय टीम से 180 रन से पिछड़ने और और गिल के अलावा अन्य भारतीय बल्लेबाजों की पारियों को हार की वजह माना. उन्होंने माना कि अगर पहली पारी में 200 पर 5 विकेट गिराने के बाद हम भारतीय टीम को जल्दी समेट देते तो फिर तस्वीर दूसरी हो सकती थी.
इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामूहिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के सवाल पर स्टोक्स ने कहा,"मैं यह नहीं कहूंगा कि यह चिंता का विषय है. हमने रन बनाए, हमने सब कुछ करने की कोशिश की, हमने योजनाएं बदलीं, लेकिन जब कोई टीम अपने शीर्ष पर होती है, और भारत एक बड़ी टीम है, तो गति को बदलना मुश्किल होता है. शुभमन गिल ने अविश्वसनीय प्रदर्शन किया."
गिल का ऐतिहासिक प्रदर्शन
25 वर्षीय शुभमन गिल ने इस मैच में पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन बनाए. इस मैच में उन्होंने कुल 430 रन बनाए, जो इतिहास में किसी खिलाड़ी द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे बड़ा मैच स्कोर है. गिल टेस्ट इतिहास में एक ही मैच में 250 और 150 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने.
भारत टेस्ट इतिहास में ऑस्ट्रेलिया (1938, 1969) के बाद एक मैच में 1000 रन बनाने और सभी 20 विकेट लेने वाली दूसरी टीम बन गई. आकाश दीप के मैच में 10 विकेट और मोहम्मद सिराज के पहली पारी के छह विकेट की बदौलत भारत के तेज गेंदबाजों ने मैच में 17 विकेट चटकाए जबकि इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने आठ विकेट चटकाए और यह इंग्लैंड की हार के अहम कारणों में से एक रहा.
(आईएएनएस से इनपुट के साथ)
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