अब समय ऐसा चल रहा है कि अगर किसी खिलाड़ी को मौका नहीं मिले, तो यह बहुत ही ज्यादा चर्चा और बहस का विषय बन जाता है. हालिया समय में सबसे बड़ा उदाहरण संजू सैसमन रहे हैं. वहीं, पिछले दिनों Asia Cup 2023 में भारतीय इलेवन का हिस्सा नहीं रहे मोहम्मद शमी (Mohamnmed Sham) को लेकर भी कुछ ऐसा ही हाल रहा, लेकिन इस पेसर ने कंगारुओं के खिलाफ शुरू हुई वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में दिखाया कि मौके का इंतजार करो और जब यह मिले, तो प्रचंड वार करो! शमी ने कहा है कि किसी भी खिलाड़ी को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिलने पर हताश नहीं होना चाहिए और उन खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए जिनको टीम में जगह मिली है.
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क्या आपको वनडे में कम मौके मिल रहे हैं, पर करियर में दूसरी बार पांच विकेट लेनने वाले शमी ने कहा, ‘जब मैं नियमित तौर पर क्यों खेल रहा था, तब किसी न किसी को. बाहर बैठना पड़ा होगा और उसके लिए मैं दोषी नहीं था।इसलिए यदि आपको टीम में जगह नहीं मिलती तो हताश नहीं होना चाहिए क्योंकि टीम जीत रही है.' हालांकि, शमी को इस प्रदर्शन का फायदा मिलता नहीं दिख रहा है. शमी के उम्दा प्रदर्शन के बावजूद प्रबंधन ने संकेत दिए हैं कि आगामी World Cup 2023 दौरान जब वह अपनी सबसे मजबूत टीम के साथ खेलेगा, तो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज उसके दो प्रमुख तेज गेंदबाज होंगे.
.@GautamGambhir will eagerly watch out for @babarazam258's performance this #CWC2023.
— Star Sports (@StarSportsIndia) September 23, 2023
Will Babar prove to be the BEST against the rest on the BIGGEST stage?#WorldCupOnStar#Cricket pic.twitter.com/CwccE3r5JI
शमी ने कहा,"जब आप बहुत अधिक मैच खेल रहे होते हैं तो फिर ‘रोटेशन' बुरी चीज नहीं होती. यह टीम की रणनीति है और इस पर कायम रहना महत्वपूर्ण है. आप हमेशा अंतिम एकादश में जगह नहीं बना सकते हैं तथा काफी कुछ टीम के संयोजन पर निर्भर करता है.' उन्होंने कहा,‘‘अगर आप अच्छा खेल रहे हैं और अगर आपको अंतिम एकादश में जगह नहीं मिलती है तो आपको उन खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए जो खेल रहे हैं. मेरा मानना है कि हताश होने का कोई मतलब नहीं है तथा टीम मुझे जो भी भूमिका सौंपती है मैं उसको निभाने के लिए तैयार रहता हूं.'
क्या वह रोटेशन नीति का समर्थन करते हैं, पर उन्होंने कहा, ‘आप जो जानने की कोशिश कर रहे हैं वह मेरी समझ से परे है, लेकिन निश्चित तौर पर जब आप टीम का गठन करते हैं तो कोच की भूमिका परिस्थितियों को देखते हुए खिलाड़ियों को रोटेट करने की होती है.' उन्होंने स्पष्ट किया कि विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता से पहले रोटेशन की नीति को अपनाना सही है.
शमी ने कहा, ‘आपने रोटेशन के कारण अच्छे परिणाम देखे होंगे और मेरा मानना है कि विश्व कप से पहले खिलाड़ियों पर अधिक बोझ नहीं डालना चाहिए. रोटेशन की नीति सही तरह से चल रही है और हमें अच्छे परिणाम मिल रहे हैं.' शमी ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद विश्राम लिया था और उन्होंने दो टेस्ट और तीन वनडे के लिए वेस्टइंडीज का दौरा नहीं किया था. उन्होंने कहा,‘विश्राम लेना महत्वपूर्ण था क्योंकि मैं सात आठ महीने से लगातार खेल रहा था. मुझे लग रहा था कि विश्राम लेना चाहिए. मैंने कोच और कप्तान से बात करके विश्राम लेने का फैसला किया. मैं घर में रहते हुए उससे भी अधिक अभ्यास कर रहा था जितना कि मैं टीम के साथ रहने में करता हूं.'
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