
मेलबर्न (Melbourne Cricket Ground, Melbourne) में ऑस्ट्रेलिया (India tour of Australia, 2018-19) के खिलाफ तीसरे टेस्ट (AUS vs IND, 3rd Test) के चौथे दिन भारत ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट पर 106 रन पर घोषित कर दी, लेकिन इन 106 रनों में मयंक अग्रवाल ने दिखाया कि वह किस स्तर के बल्लेबाज हैं. कहीं से भी नहीं लगा कि यह मयंक अग्रवाल का पहला टेस्ट मैच है. वास्तव में जिस अंदाज में उन्होंने चौथे दिन के सुबह के सेशन के तीसरे ही ओवर में नॉथन को जो दो छक्के जड़े, उसने साबित किया मयंक अग्रवाल जरूरत के मौके पर तेज रन बनाना भी बखूबी जानते हैं.
Australian commentator Kerry O'Keeffe has landed himself in controversy by stating that Mayank Agarwal's First-Class 304* runs came against ‘some canteen people & waiters'. While Mayank scored 76 on his debut in the Boxing Day match gainst Australia.#cricket #boxingday pic.twitter.com/oK3p5C6Ciw
— The Cricket Administrator (@TheCricAdmin) December 26, 2018
एमसीजी में दूसरी पारी में जब एक छोर पर तेजी से विकेट गिर रहे थे, तो मयंक ने एक छोर थामे रखा. तीसरे दिन मयंक 28 रन पर नाबाद थे. और जब शनिवार को चौथे दिन का खेल शुरू हुआ, तो मौसम के तेवरों को देखते हुए मयंक ने भी अपना अंदाज बदल दिया. मैनेजमेंट ने तेजी से रन बनाने का निर्देश दिया था, तो मयंक ने दो छक्के जड़कर निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया.
यह भी पढ़ें: Cricket Poll: आपकी नजर में वर्ष 2018 के लिए कौन है पसंदीदा क्रिकेटर?
Mayank Agarwal is making his way from the field after this nasty blow fielding in close.
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 29, 2018
Hopefully nothing serious #AUSvIND pic.twitter.com/tE1aCQqhwl
बहरहाल, पैट कमिंस ने मयंक की पारी का अंत कर दिया. और इससे मयंक वह रिकॉर्ड बनाने से चूक गए, जो किसी भारतीय ओपनर के हिस्से में करीब 47 साल बाद आता. पहली बार यह कारनामा दिलावर हुसैन ने साल 1934 में किया था, तो दूसरी पार सुनील गावसस्कर ने 1971 में विंडीज के खिलाफ उसी की धरती पर बनाया था. और निश्चित ही मयंक इस बात से बहुत ही दुखी होंगे कि वह सिर्फ 8 रन मात्र से भारतीय क्रिकेट के तीसरे स्पेशल ओपनर बनने से चूक गए.
VIDEO: एडिलेड टेस्ट में जीत के बाद कप्तान विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में
मयंक अग्रवाल अगर दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ देते हैं, तो वह अपने करियर के पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ने का कारनामा करने वाले भारतीय क्रिकेट इतिहास के सिर्फ तीसरे ही ओपनर होते हैं. जैसा ऊपर बताया है कि सिर्फ दिलावर हुसैन और सुनील गावस्कर ने ही यह कारनामा किया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं