Champion's Trophy 2025: भारत चैंपियंस ट्रॉफी के अपने सभी लीग मैच दुबई में खेलेगा जिसमें 23 फरवरी को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला होगा. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने मंगलवार को इसकी घोषणा की. आईसीसी आयोजनों में जैसा कि होता आया है, भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा गया है . इस ग्रुप में न्यूजीलैंड और बांग्लादेश भी हैं. ग्रुप बी में दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान और इंग्लैंड शामिल हैं. टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच 19 फरवरी को कराची में खेला जाएगा. इस मैच में मेजबान पाकिस्तान का सामना न्यूजीलैंड से होगा. इसका फाइनल नौ मार्च को होगा.
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीमों को दो ग्रुपों में बांटा गया है
ग्रुप ए: भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश
ग्रुप बी: ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान
ग्रुप ए का विश्लेषण:
भारत: भारतीय टीम का वनडे प्रारूप में मजबूत रिकॉर्ड है, लेकिन हाल के वर्षों में आईसीसी टूर्नामेंटों में प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव देखा गया है. दुबई में उनका पिछला रिकॉर्ड मिला जुला रहा है. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन.
2002: भारत और श्रीलंका संयुक्त विजेता रहे थे, क्योंकि फाइनल मैच बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका.
2013: भारत ने इंग्लैंड को हराकर खिताब जीता.
2017: फाइनल में पाकिस्तान से हारकर उपविजेता रहा.
कुल मैच: 29
जीत: 18
हार: 8
बेनतीजा: 3
भारत-पाकिस्तान मुकाबले:
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के बीच कुल पांच मुकाबले हुए हैं, जिनमें से तीन में पाकिस्तान और दो में भारत ने जीत दर्ज की है.
पाकिस्तान: मेजबान होने के नाते, पाकिस्तान को घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलेगा. उनका गेंदबाजी आक्रमण विशेष रूप से प्रभावी है, और वे 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के विजेता भी हैं.
न्यूजीलैंड: कीवी टीम आईसीसी टूर्नामेंटों में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करती आई है. उनका संतुलित बल्लेबाजी और गेंदबाजी आक्रमण उन्हें किसी भी परिस्थिति में मुकाबले में लाता है.
बांग्लादेश: बांग्लादेश ने हाल के वर्षों में अपने प्रदर्शन में सुधार किया है, विशेषकर एशियाई परिस्थितियों में वो उलटफेर करने में सक्षम हैं और बड़ी टीमों को चुनौती दे सकते हैं.
ग्रुप बी का विश्लेषण:
ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया की टीम हमेशा से ही आईसीसी टूर्नामेंटों में मजबूत दावेदार रही है. उनका आक्रामक खेल और अनुभव उन्हें बाकी टीमों से खतरनाक बनाता है.
इंग्लैंड: इंग्लैंड की सफेद गेंद क्रिकेट में हाल के वर्षों में शानदार प्रदर्शन रहा है और वो 2019 विश्व कप के विजेता हैं. उनकी बल्लेबाजी गहराई और तेज गेंदबाजी आक्रमण उन्हें मजबूत बनाता है.
दक्षिण अफ्रीका: दक्षिण अफ्रीका की टीम प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से भरी है, लेकिन आईसीसी टूर्नामेंटों में उनका रिकॉर्ड कमजोर रहा है. फिर भी, वे किसी भी दिन किसी भी टीम को हराने की क्षमता रखते हैं और मजबूत दावेदार भी बताए जा रहे हैं.
अफगानिस्तान: अफगानिस्तान की टीम ने तेजी से प्रगति की है, हाल के कुछ सालों में बहुत मजबूत तरीके से उभरी है और आईसीसी का कोई भी टूर्नामेंट हो वो बड़े उलटफेर का मादा रखती है.
कौन सा ग्रुप अधिक मजबूत है?
दोनों ग्रुपों में विश्वस्तरीय टीमें हैं, लेकिन ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों की उपस्थिति इसे थोड़ा अधिक दिलचस्प बनाती है. हालांकि, ग्रुप ए में भारत, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीमें भी किसी से कम नहीं हैं. कुल मिलाकर, दोनों ग्रुपों में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.
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