
भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) और क्रुणाल पंड्या (Krunal Pandya) के पिता का निधन हो गया है. सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूूर्नामेंट में बड़ोदा की टीम की कप्तानी कर रहे क्रुणाल पंड्या टीम को छोड़कर वापस अपने घर लौट गए हैं. आज सुबह दोनों क्रिकेटरों ने अपने पिता को खो दिया है. क्रुणाल पांड्या अब इस 20 टूर्नामेंट में बड़ौदा के लिए नहीं खेलेंगे. बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के सीईओ शिशिर हट्टंगडी ने एएनआई को बताया, "हां, क्रुणाल पांड्या ने बायोबबल छोड़ दिया है. यह एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन हार्दिक और क्रुणाल के इस नुकसान पर शोक व्यक्त करता है. क्रुणाल पांड्या ने अब तक चल रहे सैयद मुश्ताक टूर्नामेंट में तीन मैच खेले हैं, जिसमें चार विकेट लिए हैं.
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उत्तराखंड के खिलाफ पहले मैच में, क्रुणाल ने बड़ौदा के लिए 76 रन बनाने में भी कामयाबी हासिल की. बड़ौदा ने अब तक चल रहे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपने सभी तीन मैच जीते हैं. यह इलाइट एलीट ग्रुप सी के शीर्ष पर है. हार्दिक पंड्या मौजूदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी नहीं खेल रहे हैं, लेकिन उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू कर दिया है. हार्दिक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं.
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हार्दिक के पिता हिमांशु पंड्या का अपने बेटों के क्रिकेटर बनाने में बड़ा हाथ रहा था. हिमांशु सूरत में छोटा सा कार फाइनेंस बिजनेस चलाते थे लेकिन अपने बच्चों को क्रिकेटर बनाने के लिए उन्होंने वडोदरा बसने का फैसला किया. पिता के कारण ही दोनों भाई भारत के इंटरनेशनल क्रिकेटर बनने में सफल रहे.
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