नई दिल्ली:
खेलमंत्री अजय माकन ने क्रिकेटर युवराज सिंह को सरकारी मदद का वादा किया जो फेफड़े में कैंसर से उबरने के लिए अमेरिका में कीमोथैरेपी करा रहे हैं। माकन ने ट्वीट किया, ‘‘युवराज के जल्दी अच्छे होने की कामना करता हूं। मैंने अधिकारियों से यह पता करने के लिए कहा है कि युवराज को किस तरह की और कितनी मदद चाहिए। सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए और सरकार उनकी मदद करेगी। ’’ पिछले साल भारत की वनडे विश्व कप खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज को कैंसर है और वह बोस्टन में कैंसर अनुसंधान संस्थान में कीमोथैरेपी करा रहे हैं।
यह 30 वर्षीय बाएं हाथ का बल्लेबाज पिछले महीने से उपचार के सिलसिले में अमेरिका में है। पहले उनके परिवार ने फेफड़े में ट्यूमर की पुष्टि की थी। उनके फिजियो डॉ जतिन चौधरी ने हालांकि आश्वस्त किया कि इसे इलाज से ठीक किया जा सकता है और यह बल्लेबाज मई में क्रिकेट खेलने के लिए फिट होगा। चौधरी ने कहा, ‘‘यह असमान्य ट्यूमर है लेकिन यह कैंसरस भी है लेकिन इसका पता पहले चरण में ही लगा लिया गया है। डॉक्टरों को फैसला करना था कि वे दवाई जारी रखें या फिर कीमोथेरेपी कराएं लेकिन ट्यूमर का हिस्सा उनके दिल की धमनी के ऊपर था तो इसमें खतरा था क्योंकि यह फट सकता था लेकिन इसका पूरी तरह से उपचार किया जा सकता है।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘डाक्टरों ने फैसला किया कि उसे कीमोथैरेपी करानी पड़ेगी और वह 26 जनवरी को अमेरिका गया। मार्च के अंत में वह सी टी स्कैन कराएगा और तब तक उसे उबर जाना चाहिए। इसके बाद अप्रैल में रिहैबिलिटेशन होगा और वह मई तक खेलने के लिए फिट हो जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शुक्र है कि सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ी। वह पहले से काफी बेहतर है और जल्द से जल्द क्रिकेट मैदान पर वापसी करना चाहता है। ’’ युवराज पिछले साल विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे, उन्होंने 362 रन बनाकर और 15 विकेट चटकाकर चार मैच मैन ऑफ द मैच पुरस्कार हासिल किए थे। वह इस बीमारी के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां भी ले रहे हैं।
इस क्रिकेटर ने 37 टेस्ट मैच में 34.80 के औसत से 1775 रन बनाए हैं। उन्होंने 274 वनडे मैच में 37.62 के औसत से 8051 रन जोड़े हैं। वहीं 23 ट्वेंटी-20 मैचों में उनके नाम 567 रन हैं। चौधरी कहा, ‘‘मार्च में कीमोथैरेपी कराने के बाद, उनका रिहैबिलिटेशन अप्रैल के अंत तक पूरा हो जाएगा और वह मई में खेलने के लिए पूरी तरह फिट होंगे। ’’
यह 30 वर्षीय बाएं हाथ का बल्लेबाज पिछले महीने से उपचार के सिलसिले में अमेरिका में है। पहले उनके परिवार ने फेफड़े में ट्यूमर की पुष्टि की थी। उनके फिजियो डॉ जतिन चौधरी ने हालांकि आश्वस्त किया कि इसे इलाज से ठीक किया जा सकता है और यह बल्लेबाज मई में क्रिकेट खेलने के लिए फिट होगा। चौधरी ने कहा, ‘‘यह असमान्य ट्यूमर है लेकिन यह कैंसरस भी है लेकिन इसका पता पहले चरण में ही लगा लिया गया है। डॉक्टरों को फैसला करना था कि वे दवाई जारी रखें या फिर कीमोथेरेपी कराएं लेकिन ट्यूमर का हिस्सा उनके दिल की धमनी के ऊपर था तो इसमें खतरा था क्योंकि यह फट सकता था लेकिन इसका पूरी तरह से उपचार किया जा सकता है।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘डाक्टरों ने फैसला किया कि उसे कीमोथैरेपी करानी पड़ेगी और वह 26 जनवरी को अमेरिका गया। मार्च के अंत में वह सी टी स्कैन कराएगा और तब तक उसे उबर जाना चाहिए। इसके बाद अप्रैल में रिहैबिलिटेशन होगा और वह मई तक खेलने के लिए फिट हो जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शुक्र है कि सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ी। वह पहले से काफी बेहतर है और जल्द से जल्द क्रिकेट मैदान पर वापसी करना चाहता है। ’’ युवराज पिछले साल विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे, उन्होंने 362 रन बनाकर और 15 विकेट चटकाकर चार मैच मैन ऑफ द मैच पुरस्कार हासिल किए थे। वह इस बीमारी के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां भी ले रहे हैं।
इस क्रिकेटर ने 37 टेस्ट मैच में 34.80 के औसत से 1775 रन बनाए हैं। उन्होंने 274 वनडे मैच में 37.62 के औसत से 8051 रन जोड़े हैं। वहीं 23 ट्वेंटी-20 मैचों में उनके नाम 567 रन हैं। चौधरी कहा, ‘‘मार्च में कीमोथैरेपी कराने के बाद, उनका रिहैबिलिटेशन अप्रैल के अंत तक पूरा हो जाएगा और वह मई में खेलने के लिए पूरी तरह फिट होंगे। ’’
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