FLASHBACK2018: ये पांच क्रिकेटर शायद ही आपको अगले साल विश्व कप में खेलते दिखाई पड़ें

अब ऐसा माना जा रहा है कि कोई अप्रत्याशित बदलाव नहीं होता है, तो विश्व कप में वही टीम हिस्सा लेगी, जिसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे और इसके बाद न्यूजीलैंड दौरे में पांच वनडे मैचों के लिए चुना गया है

FLASHBACK2018: ये पांच क्रिकेटर शायद ही आपको अगले साल विश्व कप में खेलते दिखाई पड़ें

युवराज सिंह विश्व कप ही नहीं, अब शायद टीम इंडिया के लिए भी बमुश्किल खेलते दिखाई पड़ें

नई दिल्ली:

FLASHBACK2018 में आपका स्वागत है. सीरीज के तहत हम लगातार साल 2018 की घटनाओं और खास बातों के बारे में बता रहे हैं. आज हम एक स्पेशल बात आपके लिए लेकर आए हैं. हम बात करेंगे उन खिलाड़ियों के बारे में जो अगले साल होने वाले विश्व कप में शायद ही आपको खेलते दिखाई पड़ें.  इंग्लैंड में अगले साल खेले जाने वाले फिफ्टी-50 वर्ल्ड कप कप और टीम इंडिया के बीच विदेशी जमीं पर सिर्फ आठ ही मैच बाकी बचे हैं. हालांकि, भारतीय जमीं पर खेले जाने वाले मैचों को इनमें शामिल कर लिया जाए, तो कुल मैचों की संख्या करीब 15 हो जाती है, लेकिन सेलेक्टरों ने वर्ल्ड कप के लिए फाइनल टीम करीब-करीब चुन ली है. और अब ऐसा माना जा रहा है कि कोई अप्रत्याशित बदलाव नहीं होता है, तो विश्व कप में वही टीम हिस्सा लेगी, जिसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे और इसके बाद न्यूजीलैंड दौरे में पांच वनडे मैचों के लिए चुना गया है. लेकिन इस बात ने करीब-करीब उन खिलाड़ियों का विश्व कप खेलने का सपना चूर कर दिया है, जो अपने चयन की उम्मीद लगाए बैठे थे. और जारी घरेलू रणजी ट्रॉफी टूर्नामेट में अपनी-अपनी टीम के लिए खेल रहे हैं. चलिए आपको इन खिलाड़ियों से मिलवा देते हैं. 
 

1. बीत गया युवराज सिंह का दौर
साफ है कि पंजाब का यह शेर सेलेक्टरों की नजरों से विश्व कप के लिहाज से पूरी तरह से नजरों से बाहर हो गया है! जारी रणजी ट्रॉफी सेशन भी युवराज के लिए बहुत अच्छा नहीं गुजरा है. खेले 3 मैचों में युवराज सिर्फ 19.50 के औसत से 78 रन ही बना सके. 37 साल के हो चुके युवराज ने आखिरी वनडे पिछले साल विंडीज के खिलाफ खेला था. ऐसे में युवराज के लिए विश्व कप ही नहीं, बल्कि एक तरह से उनका करियर भी खत्म हो गया है. 

2. भारत के लिए बरसेंगे रैना!
सुरेश रैना एक और खिलाड़ी हैं, जो वापसी की उम्मीद लगाए बैठे थे. लेकिन टीम इंडिया में जगह के लिए मारामारी इतनी है कि श्रेयस अय्यर जैसे उभरते हुए खिलाड़ी लिए जगह नहीं है, तो रैना की वापसी तो और भी मुश्किल है. हालंकि, अपनी ओर से उन्होंने जारी रणजी ट्रॉफी मैचों में पुरजोर कोशिश भी की. पर खूब जोर लगाने के बावूद रैना 5 मैचों में 48.60 के औसत से 243 रन ही बना सके. 

 

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3. रहाणे का वनडे रण खत्म!

अजिंक्य रहाणे भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान हैं, लेकिन वनडे में उनकी उप-कप्तानी पर रोहित शर्मा ने तो कब्जा कर ही लिया, वहीं रहाणे के लिए न टी-20 में जगह है. और न ही वनडे में. और यह बताने के लिए काफी है कि रहाणे का विश्व कप खेलने का सपना सिर्फ सपना ही बन कर रह जाएगा. 

4. उमेश यादव की उम्मीदें खत्म

उमेश यादव साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया में हुए विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के मामले में तीसरे नंबर के गेंदबाज रहे थे. उमेश यादव ने तब 8 मैचों में 4.98 के इकॉमी रेट से 18 विकेट चटकाए थे. लेकिन तब से युवा सीमरों की बाढ़ आ चुकी है. जसप्रीत बुमराह जैसे बॉलरों ने आग उगलना शुरू किया, तो उमेश भी दोनों टीमों से बाहर हो गए. वनडे से भी. टी20 से भी. ऐसे में लगता नहीं कि उमेश यादव वर्ल्ड कप खेल पाएंगे. 

5. आर. अश्विन भी प्लानिंग से बाहर

आर अश्विन टीम के सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर हैं. लेकिन हालिया समय में डिमांड ऑलारउंडर की बढ़ी है, तो कुलदीप यादव जैसा स्पिनर उभरकर सामने आ गया. नतीजा यह रहा कि कुलदीप दोनों टीमों में जगह बनाने में कामयाब रहे, तो अश्विन को एक भी टीम में जगह नहीं मिली. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अश्विन भी विश्व कप की प्लानिंग से बाहर हो गए हैं. 

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ऊपर बताए गए खिलाड़ियों में एक दो ऐसे हो सकते हैं कि जो असाधारण प्रदर्शन के दम पर या किसी दूसरे खिलाड़ी के चोटिल होने की सूरत में एक बार को वापसी करने में कामयाब रहें, लेकिन युवराज और सुरेश रैना के बारे में यह कहना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है. 
 

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