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This Article is From Dec 28, 2016

बीजेपी सांसद उदित राज बोले-क्रिकेट में हो आरक्षण, भेदभाव का हवाला देते हुए विनोद कांबली का जिक्र किया

बीजेपी सांसद उदित राज बोले-क्रिकेट में हो आरक्षण, भेदभाव का हवाला देते हुए विनोद कांबली का जिक्र किया
उदित राज ने अपनी इस मांग के संबंध में क्रिकेटर विनोद कांबली का भी जिक्र किया है (फाइल फोटो)
नई दिल्‍ली: बीजेपी सांसद उदित राज की क्रिकेट को लेकर एक अजीबोगरीब मांग इन दिनों मीडिया की सुर्खियां बन रही हैं. उत्‍तर-पश्चिम दिल्‍ली से सांसद उदित राज (Udit Raj) ने भारतीय क्रिकेट में दलित वर्ग के लिए कोटे की मांग की है. एक अंग्रेजी चैनल से बातचीत करते हुए राज ने अपनी इस मांग को वाजिब ठहराते हुए तर्क दिए. राज के अनुसार, दलितों को इस खेल का हिस्‍सा बनने का पूरा अधिकार है और भारतीय क्रिकेट में दलितों के आरक्षण से भारत को दुनिया की सर्वश्रेष्‍ठ टीम मिलने में मदद मिलेगी. यही नहीं, बीजेपी नेता ने अपनी इस मांग को जायज ठहराते हुए दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट में कोटा व्‍यवस्‍था का भी उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भी नस्ली भेदभाव मिटाने के लिए क्रिकेट टीम में 11 में से करीब आधे अश्वेत खिलाड़ी रखे जाने का प्रावधान है.

उदित राज ने कहा, 'मैं इस कदम के बारे में सोच रहा हूं ताकि हम भेदभाव का सामना कर सकें. जब काबिल और कुशल लोग हैं लेकिन मैं आश्वस्त नहीं हूं कि उनका चयन किया जाएगा और उन्हें खेलने के मौका मिलेगा. विनोद कांबली (VINOD KAMBLI) इसका एक उदाहरण हैं. भारत की 35 करोड़ आबादी में प्रतिभा को खोजना शुरू करना मेरे ख्याल से सबसे बेहतरीन होगा. हालांकि खेल  के जानकारों ने उदित राज के इस विचार का विरोध किया है.

उदित राज ने एक ट्ववीट में यह भी कहा कि विनोद कांबली आपको यह स्‍वीकार करने से शर्माना नहीं चाहिए कि आप एक दलित हैं और इसलिए आपको क्रिकेट से बाहर होना पड़ा. हालांकि टीम इंडिया के प्रतिभावान खिलाड़ी कांबली ने उदित राज के इस बयान से तुरंत ही दूरी बना ली. कांबली ने ट्ववीट करके नाराजगी भरे लहजे में कहा, 'श्रीमान राज, मैं आपके किसी भी बयान का समर्थन नहीं करता इसलिए मैं आग्रह करता हूं कि आप मेरे नाम का उपयोग करने से परहेज करें.' गौरतलब है कि सचिन के बचपन के दोस्‍त विनोद कांबली को मास्‍टर ब्‍लास्‍टर की तरह ही प्रतिभावान माना जाता था. कांबली के करियर की शुरुआत तो धमाकेदार रही थी लेकिन वे टॉप स्‍तर के क्रिकेट की चकाचौंध में जल्‍द ही गुम होकर रह गए. क्रिकेट जानकारों का मानना है कि  पारिवारिक परेशानियां और प्रदर्शन में स्थिरता नहीं होना कांबली के टीम से बाहर होने का कारण रहा.

वर्ष 1971 में मुंबई में जन्मे विनोद गनपत कांबली ने अपने वनडे क्रिकेट करियर की शुरुआत 1991 में और टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत 1993 में की थी. वर्ष 2009 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. कांबली ने 17 टेस्ट मैचों की 21 पारियों में 54.20 के औसत से कुल 1084 बनाए, उनका अधिकतम स्कोर 227 रन रहा. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में कुल चार शतक बनाए. वनडे क्रिकेट में कांबली ने 104 मैचों की 97 पारियों में 32.59 के औसत से कुल 2477 रन बनाए. वनडे क्रिकेट में दो शतक कांबली के नाम पर दर्ज हैं.

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