यह ख़बर 04 सितंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बीसीसीआई की एकमुश्त भुगतान योजना का लाभ और खिलाड़ियों को भी

खास बातें

  • क्रिकेट बोर्ड की खिलाड़ियों के लिए एक मुश्त फायदा योजना का लाभ कुछ और खिलाड़ियों को मिल सकता है, जिन्होंने संन्यास की कट ऑफ तारीख से अधिक समय तक क्रिकेट खेला। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
मुंबई:

क्रिकेट बोर्ड की खिलाड़ियों के लिए एक मुश्त फायदा योजना का लाभ कुछ और खिलाड़ियों को मिल सकता है, जिन्होंने संन्यास की कट ऑफ तारीख से अधिक समय तक क्रिकेट खेला। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

यह योजना उन खिलाड़ियों के लिए शुरू की गई थी जिन्होंने 2003-04 से पहले निश्चित संख्या में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और अब संन्यास ले चुके हैं।

बीसीसीआई सूत्र ने कहा, ‘‘एक मुश्त फायदा योजना उन खिलाड़ियों तक सीमित थी जिन्होंने 2003-04 तक निश्चित संख्या में घरेलू या अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और अब संन्यास ले चुके हैं। इसका लाभ हालांकि 2012 में दिया गया। कार्य समिति की बैठक में सुझाव दिया गया कि इसका दायरा बढ़ाया जा सकता है जिससे कि कुछ और खिलाड़ियों को लाभ हो जिन्होंने कट ऑफ तारीख तक संन्यास नहीं लिया था।’’

कोलकाता में कार्य समिति की बैठक में किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया गया, लेकिन खबरों के मुताबिक पांच खिलाड़ियों साइराज बहुतुले, वसीम जाफर, अमोल मजूमदार, संजय बांगड़ और एस श्रीराम को इस योजना का लाभ मिल सकता है।

एक मुश्त भुगतान योजना पर बीसीसीआई ने 100 करोड़ रूपये खर्च किए और इस योजना से 160 क्रिकेटरों को फायदा पहुंचा। जिन क्रिकेटरों ने 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले उन्हें डेढ़ करोड़ रुपये दिए गए। जबकि 75 से 99 टेस्ट खेलने वाले क्रिकेटरों को एक करोड़ रुपये मिले।

इसके अलावा 50 से 74 टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को 74 लाख जबकि 25 से 49 टेस्ट खेलने वालों को 60 लाख रूपये दिए गए। दस से 24 टेस्ट खेलने वालों को 50 लाख रुपये दिए गए। जिन्होंने एक से नौ टेस्ट खेले और जिन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 1970 से पहले खेला उन्हें 35 लाख रुपये दिए गए।

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सौ या इससे अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 30 लाख जबकि 75 से 99 मैच खेलने वालों को 25 लाख रुपये दिए गए।