यह ख़बर 25 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

जीवनपर्यंत योगदान के लिए गावस्कर को सीके नायडू पुरस्कार

खास बातें

  • बीसीसीआई ने जीवनपर्यंत योगदान के लिए भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को कर्नल सीके नायडू पुरस्कार से नवाजने का फैसला किया है।
मुम्बई:

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने जीवनपर्यंत योगदान के लिए भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को कर्नल सीके नायडू पुरस्कार से नवाजने का फैसला किया है।

बीसीसीआई की सीके नायडू पुरस्कार समिति ने गुरुवार को हुई बैठक में गावस्कर को इस पुरस्कार के लिए नामित करने का फैसला किया। इसके अंतर्गत 25 लाख रुपये का चेक, ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र दिया जाता है।

गावस्कर ने भारत के लिए 1970 से 1987 के बीच 125 टेस्ट मैच खेले और 10 हजार से अधिक रन बनाए। गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली ही टेस्ट श्रृंखला में 774 रन बटोरे। इसके बाद उन्होंने कई कीर्तिमान स्थापित किए।

गावस्कर टेस्ट मैचों में 10 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। साथ ही साथ उनके नाम लगातार 100 टेस्ट खेलने का अनोखा रिकॉर्ड है। वह तीन टेस्ट मैचों की लगातार पारियों में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं।

गावस्कर ने अपने करियर में 34 शतक लगाए और वह डॉन ब्रैडमैन के 29 शतकों के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने।

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गावस्कर से पहले विजय मर्चेंट, वीनू मांकड, दत्तू फडकर, विजय मांजरेकर, गुलाम अहमद, एमएल जयसिम्हा और दिलीप सारदेसाई को इस पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।