जिम्मी एंडरसन और रविंद्र जडेजा के बीच घटी घटना की जांच करने वाले एडजुडिकेटर की घोषणा आईसीसी गुरुवार को करेगी, जबकि भारतीय ऑलराउंडर के खिलाफ 'लेवल दो' का आरोप लगाया गया है।
आईसीसी नियमों के अनुसार वर्तमान आचार संहिता के पैनल सदस्यों में से कोई एक एडजुडिकेटर होगा। लेकिन आईसीसी आचार संहिता समिति के अध्यक्ष माइकल बेलोफ, सर ओलिवर पापलेवेल और न्यायमूर्ति गुलाम वहानवति की नियुक्ति नहीं की जा सकती क्योंकि इनमें से पहले दो नाम इंग्लैंड के और आखिरी भारत के हैं।
इसलिए ऑस्ट्रेलिया के गार्डन लुईस, बांग्लादेश के अजमालुल हुसैन, न्यूजीलैंड के निकोलस डेविडसन, पाकिस्तान के मुहम्मद असलम संजरानी, दक्षिण अफ्रीका के एल्बी साच, श्रीलंका के रूवानपुरा डि सिल्वा, वेस्टइंडीज के एड्रियन सौंडर्स, जिम्बाब्वे के मोसेस मोताबेनी, बरमुंडा के मार्क वेटरहिल, नीदरलैंड के स्टीवन वान हूगसट्रेटेन, कनाडा के सतिंदर के लाल, आयरलैंड के फ्रैंक सोमैन, कीनिया के शरद राव और स्काटलैंड के ब्रेंट लोकी में से कोई एडजुडिकेटर होगा।
इस बीच जडेजा पर आईसीसी आचार संहिता के 'लेवल दो' के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। इसके लिए उन पर एक टेस्ट या दो वन-डे मैच तथा मैच फीस का 50 से 100 प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
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