
Aakash Chopra on Sachin Tendulkar Infamous 194: साल 2004 के मुल्तान टेस्ट मैच में कुछ ऐसा हुआ था जिसकी चर्चा आज भी होती है. दरअसल, सचिन तेंदुलकर दोहरा शतक जमाने के करीब था लेकिन उस समय भारतीय टीम के कप्तान रहे राहुल द्रविड़ ने भारतीय पारी को घोषित कर दिया था. जब द्रविड़ ने भारतीय पारी को घोषित किया था. उस समय सचिन 194 रन बनाकर नाबादे थे. लेकिन द्रविड़ ने अचानक से पारी की घोषणा कर न सिर्फ फैन्स को चौंका दिया था बल्कि सचिन तेंदुलकर को भी हैरान कर दिया था. द्रविड़ के इस फैसले ने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया था. फैसले को लेकर काफी विवाद भी हुआ था. हालांकि सचिन ने इस पर कभी खुलकर बात नही की लेकिन अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर और उस टेस्ट मैच में भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे आकाश चोपड़ा ने उस पल को लेकर अपनी यादें शेयर की है.
आकाश चोपड़ा ने एक प्रॉडकास्ट में इंटरव्यू के दौरान उस टेस्ट मैच की यादें शेयर की है और साथ ही उस घटना को लेकर कहा कि मैं सचिन को पहली बार इतना दुखी होते देखा था, वो दुखी तो थे ही बल्कि गुस्से में भी थे.
पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज ने इस घटना को लेकर कहा, "मैं ड्रेसिंग रूम में था, लेकिन मैं उस बातचीत का हिस्सा नहीं था. सच कहूं तो, मैंने उसमें शामिल होने की कोशिश भी नहीं की क्योंकि मैं बहुत वहां जूनिया था. हां, पाजी उस दिन खुश नहीं थे. मुझे लगता है कि मैंने उन्हें पहली बार दुखी देखा था. मैंने उन्हें कभी गुस्सा करते नहीं देखा, और उस दिन उन्होंने बिल्कुल भी गुस्सा नहीं किया, लेकिन वे स्पष्ट रूप से दुखी थे. कुछ ठीक नहीं था,"
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि , "उस फैसले से सचिन खुश नहीं थे लेकिन मैं यह जरूर कहू्ंगा कि वह अकेले राहुल का फैसला नहीं था. टीम ने मिलकर यह फैसला किया था". चोपड़ा ने इंटरव्यू में ये भी कहा कि, "मुल्तान टेस्ट मैच में गाांगुली नहीं खेल रहे थे लेकिन वो ड्रेसिंग रूप में मौजूद थे. मुझे पूरा यकीन है कि वो भी टीम की घोषणा को लेकर हुई बातचीत में शामिल होंगे. "
आकाश चोपड़ा ने कहा, "राहुल ने यकीनन आगे आकर फैसला किया, लेकिन दादा भी उस दिन ड्रेसिंग रूम का हिस्सा थे. वो टेस्ट मैच नहीं खेल रहे थे, लेकिन वे ड्रेसिंग रूम में थे और मुझे यकीन है कि वे थिंक-टैंक का हिस्सा थे. यह अकेले कप्तान का फैसला नहीं था."
भारतीय पूर्व ओपनर बल्लेबाज आकाश ने कहा कि, "खेल के बाद, राहुल ने कहा था कि अगर उन्हें पता होता कि मैच 4 दिनों के भीतर खत्म हो जाएगा, तो वो टीम की घोषणा नहीं करते. उस समय जो माहौल बना था उसे देखते हुए ही द्रविड़ ने वह फैसला किया था. आप उनके फैसले पर सहमत और असहमत हो सकते हैं लेकिन राहुल ऐसे ही हैं."
बता दें कि भारतीय टीम ने मुल्तान टेस्ट मैच को 52 रन से हरा दिया था. टेस्ट मैच में भारत ने पाकिस्तान के सामने 675 रन का स्कोर बनाया था. जिसके बाद पाकिस्तान की टीम 407 रन ही बना सकी थी. दूसरी पारी में पाकिस्तान ने 216 रन बनाए थे और भारत यह टेस्ट मैच 52 रन से जीतने में सफल हो गया था.
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