प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
देश की प्रति व्यक्ति आय 2015-16 में 6.2 प्रतिशत बढ़कर 6,452.58 रुपये मासिक रहने का अनुमान है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़ों में यह कहा गया है। वहीं, उद्योग मंडल असोचैम ने कहा कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये सरकार को आगामी बजट में सक्रिय नीतिगत उपाय करने चाहिए और खासकर कृषि, बुनियादी ढांचा, इस्पात, बैंक तथा वित्तीय क्षेत्रों एवं अन्य पर जोर देना चाहिए।
सीएसओ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, ‘वास्तविक आधार पर (2011-12 के मूल्यों पर) देश की प्रति व्यक्ति आय 2015-16 में 77,431 रुपये वार्षिक रहने का अनुमान है जो 2014-15 में 72,889 रुपये वार्षिक थी।’ इसी प्रकार प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2015-16 में 7.3 प्रतिशत बढ़कर 7,769.25 रुपये मासिक रहने की संभावना है जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 7,239.92 रुपये प्रति माह थी।
आंकड़ों के अनुसार, ‘प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2015-16 में 93,231 रुपये अनुमानित है जो 2014-15 के 86,879 रुपये के मुकाबले 7.3 प्रतिशत अधिक है।’ सीएसओ के अनुसार, वर्तमान मूल्य पर शुद्ध राष्ट्रीय आय 119.62 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो 2014-15 में 110.08 लाख करोड़ रुपये थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के अधीन आने वाला सीएसओ ने अपने अग्रिम अनुमान में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2015-16 में 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जो 2010-11 के बाद सर्वाधिक है। उस समय जीडीपी वृद्धि दर 8.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से मार्च 2016 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में अच्छी जीडीपी वृद्धि रहने का अनुमान है।
सीएसओ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, ‘वास्तविक आधार पर (2011-12 के मूल्यों पर) देश की प्रति व्यक्ति आय 2015-16 में 77,431 रुपये वार्षिक रहने का अनुमान है जो 2014-15 में 72,889 रुपये वार्षिक थी।’ इसी प्रकार प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2015-16 में 7.3 प्रतिशत बढ़कर 7,769.25 रुपये मासिक रहने की संभावना है जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 7,239.92 रुपये प्रति माह थी।
आंकड़ों के अनुसार, ‘प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2015-16 में 93,231 रुपये अनुमानित है जो 2014-15 के 86,879 रुपये के मुकाबले 7.3 प्रतिशत अधिक है।’ सीएसओ के अनुसार, वर्तमान मूल्य पर शुद्ध राष्ट्रीय आय 119.62 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो 2014-15 में 110.08 लाख करोड़ रुपये थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के अधीन आने वाला सीएसओ ने अपने अग्रिम अनुमान में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2015-16 में 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जो 2010-11 के बाद सर्वाधिक है। उस समय जीडीपी वृद्धि दर 8.9 प्रतिशत थी।
विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से मार्च 2016 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में अच्छी जीडीपी वृद्धि रहने का अनुमान है।
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