यह भी पढ़ें: नीरव मोदी ने PNB को लिखी चिट्ठी, पैसे चुकाने के लिए मांगा 6 माह का वक़्त: सूत्र
19 जनवरी 2018 को भोपाल से नई दुनिया में ख़बर छपी थी कि कोयला व्यापारी ने पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों से मिलकर 80 करोड़ का घोटाला किया है. मामला 2011 से 2016 का है. सीबीआई ने 47 जगहों पर छापे मारे थे. 30 मार्च 2016 के नई दुनिया में ही ख़बर छपी है कि पंजाब नेशनल बैंक ने इंदौर के 27 व्यापारियों को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया है जिन पर 217 करोड़ का लोन था.एसोचैम ने एक अध्ययन कराया है. मार्च 2018 में बैंकों का एनपीए 9.5 लाख करोड़ का हो जाएगा. 2017 में यह 8 लाख करोड़ का था यानी एक साल में बैंकों का डेढ़ लाख करोड़ लोन डूब गया. यह ख़बर सारे अख़बारों में छपी है.
भारत का सबसे बड़ा बैंक है एसबीआई. उसके सालाना रिपोर्ट में घाटे और मुनाफे की रकम में इतना अंतर आ सकता है? न्यूज़ एंकरों ने रिपोर्ट बनाई या बैंकरों ने. इसके सीईओ को चलता कर देना चाहिए मगर वो सरकार का जयगान कर जीवनदान पा लेगा. जबकि 2017 की रिपोर्ट जमा करने के वक्त अरुंधति भट्टाचार्य सीईओ थीं जिन्हें मीडिया में बैंकिंग सेक्टर का बड़ा भारी विद्वान समझा जाता था. जब तब कोई न कोई अवार्ड मिलता रहता था. नोटबंदी के समय इतना कुछ बर्बाद हुआ, मगर उन्होंने कुछ नहीं बोला, चुपचाप अपना टाइम काटकर चली गईं. इतनी ग़लती की छूट होती तो मैं ख़ुद स्टेट बैंक आफ इंडिया चला कर दिखा देता. जबकि मैं गणित में ज़ीरो हूं. इन बड़े बैंकरों का एक ही काम है. मीडिया में फोटो खिंचवाना और सरकार की जयकार कर उसकी ग़लतियों पर पर्दा डालना. इसका नतीजा भुगतते हैं बैंकों के लाखों कर्मचारी. जिनका काम बढ़ जाता है, तनाव बढ़ जाता है मगर सैलरी नहीं बढ़ती है.
यह भी पढ़ें: रेलवे परीक्षा की उम्र 30 साल से घटाकर 28 साल क्यों?
बेशक, कुछ सौ लोगों ने ही विस्तार से जानकारी भेजी है. काफी कुछ सीखने को मिला है. उसमें भी एक बेईमानी है . कोई रवि धाकड़ के नाम पर मेसेज बना है जिसे सारे भेजे जा रहे हैं और मैं डिलिट किए जा रहा हूं. मेरा कहना है कि आप अपने व्यक्तिगत अनुभव लिखें. बताएं. तब समझ आएगा कि क्या है, क्या होना चाहिए. हमारे पास न समय है न संसाधन कि किसी भी नए विषय में रातों रात एक्सपर्ट हो जाएंगे. जब आप ही अपनी कहानी ठीक से नहीं बताएंगे तो दुनिया कैसे जानेगी...
वीडियो: पीएनबी में देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति NDTV उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार NDTV के नहीं हैं, तथा NDTV उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है.