राजस्थान में करणी सेना के लोगों ने इसके बावजूद मोटरसाइकिल पर रैलियां निकाली. बिहार में भी करणी सेना ने कई जगह विरोध किया और खौफ से थिएटर मालिकों ने फिल्म नहीं दिखाने का फैसला किया. गुरुग्राम में फिल्म रिलीज हुई, लेकिन कड़ी सुरक्षा के बीच. कई हॉल खाली भी रहे. एक दिन पहले ही यहां बच्चों के स्कूल की बस में हिंसा हुई थी. स्कूल बस पर पथराव हुआ था, जिससे उसके शीशे टूट गए थे. इस घटना से काफी नाराजगी है. तोड़--फोड़, आग लगाने की तैयारी थी, लेकिन आखिरकार किसी तरह पुलिस रोकने में कामयाब हुई. इस घटना में 18 गिरफ्तारिया हुई हैं.
ज्यादातर बड़े स्कूल आज गुंडागर्दी के खौफ से बंद रहे. सवाल यह है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद ये स्थिति क्यों है. इसकी वजह यह है कि क्योंकि सरकारें कदम नहीं उठाना चाहती. सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाले हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह से 4 ट्वीट किए ASEAN के बारे में. नैश्नल वोटिंग डे के बारे में, लेकिन गुरुग्राम में बच्चों की स्कूली बस पर हुए हमले पर प्रधानमंत्री मौन हैं. इस हिंसा का कोई जिक्र नहीं. प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं? गृह मंत्री राजनाथ सिंह क्यों चुप हैं? योगी आदित्यनाथ चुप क्यों हैं?
There will never be a cause big enough to justify violence against children. Violence and hatred are the weapons of the weak. The BJP's use of hatred and violence is setting our entire country on fire.
— Office of RG (@OfficeOfRG) January 24, 2018
कॉंग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे तौर पर कुछ नहीं लिखा. बच्चों की बस पर हुए पथराव पर ट्वीट किया, 'कोई भी ऐसी वजह नहीं हो सकती, जिसके लिए बच्चों पर हिंसा को जायज़ ठहराया जाए. हिंसा और नफ़रत कमज़ोर लोगों के हथियार हैं, बीजेपी पूरे देश में आग लगाने के लिए नफ़रत और हिंसा का सहारा ले रही है.
हालांकि कांग्रेस के बड़े राजपूत नेता दिग्विजय सिंह पद्मावत के खिलाफ नजर आए. केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी विरोध करने वालों की तरफदारी करते नजर आए. केजरीवाल ने अब सवाल उठाया है. हालांकि उन्होंने पद्मावत के पक्ष में नहीं बस पर हुए हमले की आलोचना पर सवाल उठाया है. इस सियासत में राजस्थान की मुख्यमंत्री जहां सबसे ज्यादा हंगामा है, जहां कुछ महिलाएं जौहर के लिए तैयार बैठी हैं वो खामोश हैं.