मोदी-नीतीश मुलाकात : बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी...

पटना:

बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी... कुछ इसी अंदाज में हर जानकार गुरुवार शाम लालू यादव की सबसे छोटी बेटी और मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई के पोते की शादी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच मुलाकात को बयां कर रहे हैं।

पहली बात, दोनों नेता करीब दो वर्षों के बाद मिल रहे थे। नीतीश कुमार अपनी पार्टी के सांसद केसी त्यागी के साथ बैठे थे। मुलायम सिंह यादव और लालू यादव प्रधानमंत्री मोदी को उस जगह पर लेकर गए जहां पहले से नीतीश कुमार बैठे थे।

नीतीश कुमार को मालूम था कि प्रधानमंत्री आने वाले हैं। दोनों एक दूसरे के साथ गर्मजोशी से मिले और मोदी ने 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों का जिक्र किया जिसके आधार पर राज्यों की आर्थिक हालत सुधरने की उम्‍मीद की जा रही है। जानकारों की मानें तो बातें तो कम हुईं लेकिन दोनों नेताओं की बॉडी लैंग्वेज देखते बनती थी। शब्‍दों का आदान-प्रदान कम हुआ लेकिन दोनों नेताओं के हावभाव बहुत कुछ कह रहे थे।

लेकिन इसके बाद नीतीश कुमार, वित्त मंत्री अरुण जेटली के घर गए, जहां वित्त आयोग की सिफारिश लागू होने के बाद बिहार की चिंता से उन्हें अवगत कराया और एक पत्र भी उन्हें दिया। लेकिन इस बातचीत में उनका जोर था कि पिछड़े राज्‍यों के विकास के लिए मिलने वाली राशि जो वर्तमान में 5 वर्षों के लिए 12 हज़ार करोड़ रुपये है, उसे किसी भी हालत में अलग से चालू रखा जाए।

दरअसल बिहार की चिंता है कि केंद्र इस अलग से मिलने वाली राशि को भी खत्म न कर दे। लेकिन अरुण जेटली ने उन्हें भरोसा दिलाया कि राज्य के हितों की अनदेखी नहीं की जाएगी।

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लेकिन इस मुलाकात की सबसे बड़ी खबर ये रही कि जेटली ने अपने पुराने अंदाज में नीतीश को भोजन कराया। जब नितीश एनडीए का हिस्सा होते थे तब अपनी अधिकांश दिल्‍ली यात्रा में अरुण जेटली के भोजन का निमंत्रण जरूर स्वीकार करते थे। और अंतिम बार जब उन्होंने दिल्‍ली में विशेष राज्य के दर्जे के लिए अप्रैल 2013 में रैली आयोजित की थी, उस रात दिल्‍ली के पत्रकारों से वहां रूबरू हुए थे।