
कैलाश विजयवर्गीय की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की करारी हार के 24 घंटे के भीतर बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने खुद को एक और विवाद में घसीटते हुए अपनी पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की तुलना कुत्ते से कर दी।
पार्टी महासचिव और बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीतिकार रहे विजयवर्गीय ने 'कुत्ते' वाली अपनी इस टिप्पणी से कुछ दिनों पहले सुपरस्टार शाहरुख खान पर निशाना साधते हुए विवादित ट्वीट किए थे, हालांकि बाद में उन्होंने इसे वापस ले लिया था।
विजयवर्गीय से सिन्हा के इस बयान के बारे में पूछा गया था कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाता, तो नतीजा अलग होता तथा एनडीए की हार के लिए जिम्मेदार लोगों को सबक सिखाना चाहिए। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे विजयवर्गीय ने कहा, जब किसी बैलगाड़ी के नीचे कुत्ता चलता है, तो वह यह समझता है कि गाड़ी उसके भरोसे चल रही है। बीजेपी किसी एक व्यक्ति के भरोसे नहीं चलती है, इसे पूरा संगठन चलाता है। बिहार चुनाव के दौरान पार्टी के ईमानदार कार्यकर्ताओं ने कड़ा परिश्रम किया। लोकतंत्र में हार-जीत चलती रहती है।
उन्होंने कहा, जो चुनाव हार गए हैं, वे मौन व्रत में बैठे हैं। लेकिन जो दड़बे में घुसे बैठे थे, उनकी आवाज मुखरता से आ रही है। हाल के हफ्तों में बीजेपी के किसी नेता की ओर से दूसरी बार कुत्ते वाली टिप्पणी की गई है। इससे पहले फरीदाबाद में दलित परिवार के दो बच्चों को जिंदा जलाने की घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने 'कुत्ते' वाली टिप्पणी की थी। विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीति में शत्रुघ्न सिन्हा की पहचान बीजेपी के कारण है और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा को लेकर उनको खुद फैसला करना चाहिए।
पार्टी महासचिव और बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीतिकार रहे विजयवर्गीय ने 'कुत्ते' वाली अपनी इस टिप्पणी से कुछ दिनों पहले सुपरस्टार शाहरुख खान पर निशाना साधते हुए विवादित ट्वीट किए थे, हालांकि बाद में उन्होंने इसे वापस ले लिया था।
विजयवर्गीय से सिन्हा के इस बयान के बारे में पूछा गया था कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाता, तो नतीजा अलग होता तथा एनडीए की हार के लिए जिम्मेदार लोगों को सबक सिखाना चाहिए। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे विजयवर्गीय ने कहा, जब किसी बैलगाड़ी के नीचे कुत्ता चलता है, तो वह यह समझता है कि गाड़ी उसके भरोसे चल रही है। बीजेपी किसी एक व्यक्ति के भरोसे नहीं चलती है, इसे पूरा संगठन चलाता है। बिहार चुनाव के दौरान पार्टी के ईमानदार कार्यकर्ताओं ने कड़ा परिश्रम किया। लोकतंत्र में हार-जीत चलती रहती है।
उन्होंने कहा, जो चुनाव हार गए हैं, वे मौन व्रत में बैठे हैं। लेकिन जो दड़बे में घुसे बैठे थे, उनकी आवाज मुखरता से आ रही है। हाल के हफ्तों में बीजेपी के किसी नेता की ओर से दूसरी बार कुत्ते वाली टिप्पणी की गई है। इससे पहले फरीदाबाद में दलित परिवार के दो बच्चों को जिंदा जलाने की घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने 'कुत्ते' वाली टिप्पणी की थी। विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीति में शत्रुघ्न सिन्हा की पहचान बीजेपी के कारण है और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा को लेकर उनको खुद फैसला करना चाहिए।
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