बाहूबली विधायक अनंत सिंह(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: बिहार के मोकामा और इसके आस पास के इलाकों में लोगों के बीच 'छोटे सरकार' के नाम से पुकारे जाने वाले 'बाहुबली' विधायक अनंत सिंह एक बार फिर पटना ज़िले के मोकामा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले दस साल से मोकामा के विधायक रहे सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और फ़िलहाल अपहरण के एक मामले में पटना के बेऊर जेल में बंद हैं।
साल 2005 और 2010 के विधानसभा चुनावों में अनंत सिंह जेडी-यू के टिकट पर मोकामा से विधायक चुने गए थे, लेकिन गिरफ़्तारी के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया। कुछ समय पहले तक नीतीश कुमार सरकार में उनका काफ़ी बोल-बाला बताया जाता था। अपने इलाके में वह अपराजेय माने जाते थे, लेकिन वक्त ने ऐसी करवट बदली कि वह बिहार सरकार के लिए बोझ समझे जाने लगे।
इस चुनाव में मोकामा सीट से अनंत सिंह के साथ उनकी पत्नी नीलम सिंह ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा है। नीलम सिंह रोज सुबह चुनाव प्रचार के लिए निकल जाती हैं, लेकिन वह अपने लिए नहीं बल्कि अनंत सिंह के लिए प्रचार कर रही हैं।
जानकार बताते है कि करीब 50 से ज्यादा आपराधिक मामलों में नामजद और फिलहाल जेल में बंद अनंत सिंह का नामांकन रद्द होने की आशंका है। यही वजह है कि उन्होंने अपनी पत्नी से भी नामांकन करवाया है। ताकि अगर उनका नामांकन रद्द हो जाए, तो उनकी पत्नी मोर्चा संभालेंगी।
बिहार की मोकामा सीट पर तीसरे चरण में 28 अक्टूबर को चुनाव होना है और यहां अनंत सिंह का मुकाबला महागठबंधन की ओर से जेडीयू उम्मीदवार नीरज कुमार और एनडीए की ओर से एलजेपी प्रत्याशी कन्हैया कुमार सिंह से हैं।