सेलेरियो ऑटोमेटिक की ज़बरदस्त सफलता के बाद मारुति सुज़ुकी इंडिया अपनी दूसरी गाड़ियों में भी ऑटोमेटिक गियरबॉक्स लगाने की तैयारी में है।
बताया जा रहा है कि कंपनी पहले वैगनआर का ऑटोमेटिक वर्जन बाजार में उतारेगी, जिसके बाद स्विफ्ट, डिज़ायर और अर्टिगा के ऑटोमेटिक वर्ज़न को भी लॉन्च किया जाएगा। हालांकि इन गाड़ियों में और किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
कंपनी इन चारों गाड़ियों में 5-स्पीड ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन लगाएगी जो सेलेरियो में लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि मारुति ने हाल ही में अपने सप्लायर Magneti Marelli के साथ मिलकर मानेसर में एक मैन्युफैक्चरिंग लाइन की स्थापना की है। इसकी मदद से मारुति ऑटोमेटिक वर्ज़न की बढ़ती मांग को पूरा करने की कोशिश करेगी।
गौरतलब है कि Magneti, फिएट ग्रुप की कंपनी है जो टाटा और मारुति सुजुकी को किट्स सप्लाई करती है। 75 करोड़ रुपये के निवेश से शुरू की गई इस यूनिट में Magneti की हिस्सेदारी 51 फीसदी, मारुति की 19 फीसदी और सुजुकी की 30 फीसदी की हिस्सेदारी है।
बताया जा रहा है कि कंपनी पहले वैगनआर का ऑटोमेटिक वर्जन बाजार में उतारेगी, जिसके बाद स्विफ्ट, डिज़ायर और अर्टिगा के ऑटोमेटिक वर्ज़न को भी लॉन्च किया जाएगा। हालांकि इन गाड़ियों में और किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
कंपनी इन चारों गाड़ियों में 5-स्पीड ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन लगाएगी जो सेलेरियो में लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि मारुति ने हाल ही में अपने सप्लायर Magneti Marelli के साथ मिलकर मानेसर में एक मैन्युफैक्चरिंग लाइन की स्थापना की है। इसकी मदद से मारुति ऑटोमेटिक वर्ज़न की बढ़ती मांग को पूरा करने की कोशिश करेगी।
गौरतलब है कि Magneti, फिएट ग्रुप की कंपनी है जो टाटा और मारुति सुजुकी को किट्स सप्लाई करती है। 75 करोड़ रुपये के निवेश से शुरू की गई इस यूनिट में Magneti की हिस्सेदारी 51 फीसदी, मारुति की 19 फीसदी और सुजुकी की 30 फीसदी की हिस्सेदारी है।
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