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क्या लापता लेडीज के संवादों का कायल होगा ऑस्कर!
लापता लेडीज, गांव की पृष्ठभूमि पर बनी ऐसी फिल्म जिसने समाज के ताने-बाने को एक बार फिर से उजागर कर दिया. डायलॉग तो बेहतरीन थे ही, कलाकारों ने भी शानदार अभिनय कर फिल्म में जान फूंक दी. अपनी इन्हीं खूबियों की वजह से फिल्म को ऑस्कर में भेजने का फैसला लिया गया है.
- सितंबर 28, 2024 14:47 pm IST
- Payal Gupta
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इस स्वतंत्रता दिवस, महिलाओं की स्वतंत्रता बनी बड़ा मुद्दा
जनवादी लेखक संघ के केंद्रीय परिषद की सदस्य और लखनऊ में रहने वाली वरिष्ठ पत्रकार समीना खान कहती हैं यहां मसला मानसिकता का है, वही मानसिकता जो ढेरों-ढेर और चहुमुखी विकास के बाद और भी सयानेपन के साथ हमारे आपके बीच मौजूद हैं.
- अगस्त 15, 2024 11:31 am IST
- Written by: Payal Gupta
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विश्व पुस्तक दिवस : किताबों से दूर मोबाइल के पास टीनएजर्स
एक घटना का जिक्र करते आभा कहती हैं कि हाल ही में उन्हें एक लड़की मिली जो हाथ में चाकू पकड़े रहते थी, उसकी टीचर ने बताया कि वह बहुत गुस्सेल है और बिल्कुल भी सामाजिक नहीं है. उसके पापा ने कहा कि उनकी पत्नी नहीं है इसलिए उनकी बेटी स्कूल से बाकी वक्त में जब घर रहती है तो वह उसे मोबाइल देकर काम पर रहते हैं.
- अप्रैल 24, 2024 09:34 am IST
- Written by: Himanshu Joshi, Payal Gupta
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पढ़ें, देखें और सीखें, एक लघुकथा का फिल्म बन जाना
सोशल मीडिया, इंटरनेट तक आसान पहुंच और मोबाइल ने आज फिल्ममेकर्स के लिए फिल्म बनाना आसान कर दिया है, अगर कंटेंट में दम हो तो उसे दर्शक मिल ही जाते हैं. मध्य प्रदेश के डिजिटल क्रेटर पलाश राइकवार ने लेखक अनुराग शर्मा की लघुकथा 'पागल' को एक शॉर्ट फिल्म का रूप दे दिया है.
- मार्च 20, 2024 12:43 pm IST
- Written by: Himanshu Joshi, Payal Gupta